हाथरस गैंगरेप पीडिता का अंतिम संस्कार योगी सरकार की मर्जी के बिना मुमकिन ?
वीरेश शांडिल्य की कलम से खरी-खरी
हाथरस गैंगरेप पीडिता जिसकी दर्दनाक मौत हो गई और उत्तर प्रदेश की हाथरस पुलिस ने देर रात 2:30 बजे पीड़ित के परिवार के बिना बताये उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया जो कानून , संविधान व मानवता के खिलाफ हैं l अगर किसी अपराधी को फांसी की सजा दी जाती हैं उसको फांसी चढाने से पहले उसकी अंतिम इच्छा पूछी जाती हैं लेकिन उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के नेतृत्व में पुलिस ने गैंगरेप पीडिता का अंतिम संस्कार अपने स्तर पर कर पूरे देश का माहौल खराब करने की पहल की हैं l यह साजिश हाथरस जिला पुलिस व प्रशासन की हैं या फिर यह इशारा योगी सरकार का हैं क्योंकि इतना बड़ा फैंसला पुलिस व प्रशासन अपने स्तर पर नहीं ले सकता l हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बढ़ते विरोध को देखते हुए आनन-फानन में हाथरस जिला के एसपी,सीओ व अन्य पुलिस अधिकारीयों को सस्पेंड कर उनका व परिवार का नार्को टेस्ट करवाने के आदेश जारी कर दिए हैं l ऐसा लगता हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पथभ्रमित हो गये हैं तभी वह एक के बाद एक गलत फैंसले ले रहे हैं l सबसे अहम् व बड़ी बात तो यह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पूरा भय है और ऐसे में उत्तर प्रदेश के सीएम के बिना क्या प्रशासन इस तरह का कदम उठा सकता था इस बात के लिए योगी सरकार को देश की जनता को संतुष्ट करना होगा l
मात्र कुछ पुलिस अधिकारीयों को सस्पेंड करने से यह बात समय रहते खत्म नहीं होगी इसके लियें योगी सरकार हाल की घड़ी में कटघरे में हैं और पूरे देश में भाजपा की छवि खराब हो रही हैं l यहाँ तक मध्य प्रदेश की तेजतर्रार पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी योगी सरकार को नसीहत दी हैं और किसकी सलाह पर योगी सरकार ने पीड़ित परिवार का नार्को टेस्ट करने की बात कहीं इससे असंवैधानिक कार्यवाही नहीं हो सकती और योगी जी ने संवैधानिक पद की तमाम मर्यादाओं को खंडित किया हैं और ऐसे समय में योगी सरकार गलत फैंसले ले रहीं हैं जब एक तरफ तो कोरोना महामारी चल रही है और दूसरा पूरे देश में उग्र किसान आन्दोलन चल रहा हैं l ऐसे में योगी सरकार को हर कदम फूंक-फूंक कर रखना चाहिए था l मात्र यह ब्यान देकर कि दोषियों के खिलाफ ऐसी कारवाई होगी जो भविष्य में कभी नहीं हुई होगी l इस ब्यान से इस देश के विरोध की सुनामी को रोका नहीं जा सकता l यह अपने आप में गैंगरेप से भी ज्यादा दर्दनाक बात हैं कि गैगरेप पीडिता परिवार को उसके अंतिम दर्शन भी नहीं करने दिए गये l योगी सरकार को इस पर गंभीर व एतिहात बरतते हुए बयानबाजी करनी होगी व फैंसले लेने होंगे l अन्यथा हाथरस की घटना योगी सरकार के आज तक के अच्छे कार्यों में भारी न पड जाए इसलिए योगी चिन्तन के साथ साथ देश की जनता की आक्रोश को कैसे रोक सकते हैं इस और सोचे l