मुरलीधर डी ए वी सी सै पब्लिक स्कूल में समर कैंप समापन समारोह
अम्बाला ज्योतिकण (अभिषेक ) आज मुरलीधर डी ए वी सी सै पब्लिक स्कूल के प्रांगण में सभी कार्यशालाओं नृत्य कार्यशाला, कलाकृति कार्यशाला, व्यक्तित्व विकास कार्यशाला व वैदिक चेतना शिविर का समापन कार्य संपन्न हुआ । 2 जून से ये सभी कार्यशालाएं आरम्भ हुई थी । समर कैंप में कक्ष दूसरी से पांचवी तक के छात्रों की नृत्य कार्यशाला थी, जिसमे 102 बच्चों ने भाग लिया । बच्चो को हॉलीवुड, पंजाबी व कॉमेडी गानो पर नृत्य का अभ्यास कराया । श्रीमती नीलकमल खेड़ा न बच्चों को नैतिक भाषण दिया व उन्हें अपने नाम के मतलब समझा कर वैसा ही बनने के लिए प्रेरित किया ।
कक्षा छठी व सातवीं के छात्रों ने समर कैंप में कलाकृति कार्यशाला में ३७ छात्रों ने भाग लिया । अध्यापिकाओं ने उन्हें वाल हैंगिंग, मंडाला आर्ट, लिप्पन आर्ट, मैट विद पुराना दुप्पट्टा, बोतल पर पेंटिंग करना, मधुवन आर्ट व पेपर फोल्डिंग फूल बनाना सिखाया ।
जूनियर विंग में नन्हे बच्चों की व्यक्तित्व विकास कार्यशाला में बच्चो को योग क्रियाएं, शो एंड ट्रेल, मिस्ट्री बॉक्स, अंग्रेजी भाषा बोलना व समझना, कहानी के माध्यम से नैतिक मूल्य सिखाये । आर्ट एंड क्राफ्ट में फेयरी गार्डन, आइसक्रीम स्टिक से फोटो फ्रेम बनाना, मैजिक वर्ड्स एक्टिविटी, सोशल मैनर्स, टेबल मैनर्स, स्पून, प्लेट का प्रयोग करना सिखाया । बच्चों को फ़ोन पर बात करना व उन्हें अपने देश की सभ्यता, संस्कृति का ज्ञान कराया । ये सभी क्रियाएं कोऑर्डिनेटर श्रीमती शमा शर्मा की अध्यक्षता में करवाई गई व विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ आर आर सूरी जी ने सभी कैंपो का निरिक्षण कर बच्चों का उत्साह बढ़ाया । वैदिक चेतना शिविर में कक्षा सातवीं व नौवीं के छात्र थे ।
इस शिविर में संस्कृति गरिमा मंच से जुड़े सदस्य प्रो. शशि धमीजा, डॉ संतोष धमीजा, श्रीमती मंजू नन्दरा, श्रीमती विजय गुप्ता, श्रीमती सुशील आनंद, प्रो. अजय तिवारी विज्ञान के प्राध्यापक, श्रीमती पूजा बेदी आर.एस.एस. से जुडी है । योग संस्थान के नीलकंठ शाखा के उप प्रधान श्री योगेश गुप्ता जी व बबीता गुप्ता जी ने अपने-अपने अनुभवों द्वारा बच्चों को प्रेरित किया ।
इस समापन कार्य के मुख्य अतिथि श्री जी. एस. चोपड़ा, गेस्ट ऑनर श्रीमती शीतल शर्मा रही जो कि डीएवी स्कूल की प्रधानाचार्या है व प्रिंसिपल जे. एस. नैन जी थे । श्री नैन जी डीएवी कॉलेज के रिटायर्ड प्रिंसिपल, डीएवी स्कूल के मैनेजर व डी ए वी संस्थानों के एक वरिष्ठ सदस्य है ।
उन्होंने अपने आर्शीवचनो से बच्चों को संस्कार के महत्व के बारे में बताया कि संस्कारो का बच्चों के जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है । माता-पिता को शुरू से ही बच्चे को अच्छे संस्कार देने चाहिए । संस्कारो के बिना न व अच्छा व्यक्ति न ही सफल नागरिक बन सकता है । अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ आर आर सूरी ने सभी विभूतियों का धन्यवाद प्रकट करते हुए सबको शॉल से सम्मानित करते हुए आभार प्रकट किया । सभी छात्र छात्राएं अत्यंत प्रसन्न दिखाई दिए । इन सभी दिनों में विद्यालय की ओर से सभी बच्चों को रिफ्रेशमेंट दी गई ।