आम आदमी पार्टी के संजय सिंह को 100 करोड़ हिंदुओं का अपमान नहीं करना चाहिए

आम आदमी पार्टी के संजय सिंह को 100 करोड़ हिंदुओं का अपमान नहीं करना चाहिए

वीरेश शांडिल्य की कलम से खरी-खरी

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद एवं तेज तर्रार संजय सिंह जो हमेशा जनहितों की बात खुलकर रखते हैं चाहे वो पब्लिक प्लेट फार्म हो या देश की संसद। संजय सिंह ने हमेशा लोगों की आवाज बनने का काम किया उन्होंने कुछ ही समय में अपना नाम देश दुनिया में बनाया है। संजय सिंह ने पंजाब में भी आम आदमी पार्टी को मजबूत किया है लेकिन गत दिनों उन्होंने राम मंदिर की जमीन को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगा डाले। और राम मंदिर को लेकर जो उन्होंने ब्यान दिया वो 100 करोड़ हिंदुओं की भावनाओं का अपमान है। राम मंदिर के बारे की जमीन के संबंध में भ्रष्टाचार होने की बात कर उन्होंने ना केवल भगवान राम का अपमान किया बल्कि 100 करोड़ हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ किया। विश्व में जहां भी हिंदु बैठे हैं सीधे तौर पर उनका राम मंदिर एक सपना था जो सुप्रीम कोर्ट ने साकार किया। यही नहीं राम मंदिर का निर्माण भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू करवाया गया। नरेंद्र मोदी ने तमाम रीति रिवाजों के साथ राम मंदिर का नींव पत्थर रखा, भूमि पूजन किया। क्या उस वक्त संजय सिंह को इस तथाकथित भ्रष्टाचार के आरोप की जानकारी नहीं थी आज जब यूपी में चुनाव हैं ऐसे में उन्होंने राम मंदिर भूमि को लेकर भ्रष्टाचार की बात कर डाली। आखिर संजय सिंह ने किसको खुश करने के लिए यह बात कही? आम आदमी पार्टी को यह बताना होगा कि यह साजिश है या हिंदुओं से हमदर्दी? आम आदमी पार्टी के राष्टÑीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को यह बात खुद आकर करनी पड़ेगी और 100 करोड़ हिंदुओं से माफी मांगनी होगी या फिर अरविंद केजरीवाल बताएं कि क्या दिल्ली में श्रीराम से प्यार करने वाले लोगों ने क्या दिल्ली में श्रीराम की पूजा करने वाले हिंदुओं ने अरविंद केजरीवाल को वोट नहीं दिया। या अरविंद केजरीवाल व उनकी पार्टी भी अब दूसरी राजनीतिक पार्टियों की तरह बन चुकी है। यह बात तो अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को स्पष्ट करनी ही होगी कि वो अब देश में जहां भी आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ना चाहती है वहां हिंदुओं की वोटे चाहती है या नहीं। जिस राम मंदिर निर्माण के लिए गरीब से गरीब और अमीर से अमीर व्यक्ति ने दिल खोलकर दान दिया। आज जब वो राम मंदिर विश्व में सबसे बड़ा राम मंदिर बनने जा रहा है तो संजय सिंह जैसे नेताओं के पेट में दर्द क्यों हो रहा है। हिंदु तो समझ गए कि यूपी चुनाव से ऐन वक्त पहले आम आदमी पार्टी ने 100 करोड़ हिंदुओं की आस्था का प्रतीक राम मंदिर की जमीन में भ्रष्टाचार की बात कहकर यह तो सिद्ध कर दिया कि वह किसी धर्म को खुलकर अपने साथ खड़ाना चाहते हैं। 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर निर्माण शुरू हुआ तो आज 14 महीने के बाद संजय सिंह को पत्रकार वार्ता कर भगवान राम को बदनाम करने की साजिश किसके कहने से व क्यों रची। जो पार्टियां भगवान राम को बदनाम करने में संजय सिंह की हां में हां मिला रही है उन पार्टियों को भी समय रहते संभल जाना चाहिए। यह हिंदुस्तान हिंदुओं का देश है यहां रहे कोई हिंदुओं को कोई दिक्कत नहीं लेकिन अगर कोई व्यक्ति हिंदुस्तान में रहकर भगवान राम के मंदिर पर टिका टिप्पणी करेगा वह बर्दाश्त नहीं होगा। कांग्रेस को भी चाहिए कि वह आम आदमी पार्टी का विरोध करे क्योंकि सबसे पहले राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री होते हुए राम मंदिर के ताले खोले थे। कांग्रेस राम मंदिर के पक्ष में बात कर यूपी में हिंदुओं को अपने साथ जोड़ने की पहल करे।

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