अम्बाला (ज्योतिकण डेस्क):
हिम्मत सिंह ने आज बंद पड़ी रजिस्ट्रियों के मुद्दे पर नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा और जो प्रेस विज्ञप्ति हिम्मत सिंह द्वारा जारी किया गया उसमे मुख्य बात यह रही कुछ महीने पहले हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट में शामिल हुए हिम्मत सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति में हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट का नाम विज्ञप्ति में नहीं डाला और वह अपने पुराने साथियों के साथ ज्ञापन देने पहुंचे l इस मौके पर कोई हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट का नेता नजर नहीं आया l कुछ दिन से हिम्मत सिंह के पुन: कांग्रेस में जाने की चर्चा हो रही है l इस प्रेस विज्ञप्ति से साफ़ लगता है कि हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट को छोड़ चुके है l
हिम्मत सिंह ने आज अपने सैंकड़ों साथियों सहित, निगम द्वारा मंजूरशुदा कालोनियों में बने मकानों/प्लाटों के खसरा नम्बर जो
तहसील कार्यालय की अपू्रवड खसरा लिस्ट में दर्ज नहीं हैं उन्हें भी इस लिस्ट में शामिल करने की मांग उठाने बारे आयुक्त नगर निगम अम्बाला शहर को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें नगर निगम आयुक्त को अवगत करवाया कि नगर निगम से मंजूरशुदा कालोनियों में स्थित अनेकों मकानों/ प्लाटों की रजिस्ट्रीयां नहीं हो पा रही हैं। जिससे आम जनता को भारी परेशानी हो रही है। जब लोग तहसील कार्यालय में उनके द्वारा खरीदे गए मकान अथवा प्लाट की रजिस्टरी करवाने के लिए जाते हैं तो उन्हें यह कहकर नगर निगम, अम्बाला शहर में भेज दिया जाता है कि निगम से एनओसी सर्टीफिकेट लेकर आओ क्योंकि आपका उक्त मकान अथवा प्लाट हमारे पास उपलब्ध रजिस्ट्ररी करने की मंजूरशुदा खसरा नम्बरों की लिस्ट में नहीं है। जबकि उक्त प्लाट अथवा मकान का निगम से नक्शा पास है और निगम द्वारा उससे हर प्रकार का लागू टैक्स वसूला जा रहा है। हिम्मत सिंह ने निगम में हो रहे भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि जिन लोगों की निगम अधिकारियों व कर्मचारियों से सेटिंग होती है उनकी रजिस्टरी हो जाती हैं जबकि अन्य को निगम से एनओसी लाने बारे कहकर बेवजह दफ्तरों के चक्कर लगवाए जाते हैं।
हिम्मत सिंह ने ज्ञापन के माध्यम से मांग रखी कि नगर निगम से मंजूरशुदा कालोनियों में बने मकानों/प्लाटों के वे खसरा नम्बर जिनका निगम में रिकाॅर्ड है और वे तहसील कार्यालय की खसरा लिस्ट में दर्ज नहीं हैं। उन्हें भी तहसील कार्यालय की मंजूरशुदा लिस्ट में दर्ज किया जाए ताकि आम जनता को हो रही बेवजह की इस परेशानी से निजात मिल सके। उन्होंने कहा कि किसी को अपनी बेटी की शादी करनी होती है, किसी को कोई कार्य करने हेतू पैसे की जरूरत होती है। लेकिन निगम के इस तानाशाही पूर्ण रवैये के कारण वह अपनी जायज जरूरत को पूरा कर पाने में असमर्थ है। हिम्म्त सिंह ने कहा कि नगर निगम की जहां तक सीमाएं हैं वहांतक का पूरा ऐरिया अप्रूवड करके उनके खसरा नम्बर रजिस्टरी की लिस्ट शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर निगम द्वारा जल्द ही लोगों की इसमें जायज समस्या का समाधान न निकाला गया तो हमें मजबूरन निगम के गेट पर धरना-प्रदर्शन करेंगे।