हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस पर कुरुक्षेत्र में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में बतौर मुख्यतिथि शिरकत की। इस दौरान उन्होंने शहीद उधम सिंह के चरणों में नमन किया और कहा कि उधम सिंह जैसे बलिदानियों की वजह से आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रेरणा का विषय है कि आजादी के मतवाले शहीद उधम सिंह को श्रद्धांजलि देने हम यहां पहुंचे हैं। आज हम शहीद उधम सिंह के बलिदान को भुला नहीं सकते। उन जैसे शहीदों की कुर्बानियों की वजह से हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को मिलकर देश को मजबूत बनाना है। इस दौरान उन्होंने काम्बोज सभा की मांग पर करनाल, कुरुक्षेत्र व शाहाबाद में बन रही तीन काम्बोज धर्मशालाओं के लिए 47 लाख 76 हजार 76 रुपये की राशि देने की घोषणा की। काम्बोज सभा की मांग पर मुख्यमंत्री ने करनाल, कुरुक्षेत्र और शाहाबाद में निर्माणाधीन तीन धर्मशालाओं के लिए 47 लाख 76 हजार 76 रुपये की राशि दी। मुख्यमंत्री ने करनाल की काम्बोज धर्मशाला के लिए 21 लाख रुपये, कुरुक्षेत्र की धर्मशाला के लिए 21 लाख 76 हजार 76 रूपये और शाहाबाद की धर्मशाला के लिए 5 लाख रुपये देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त कुरुक्षेत्र की धर्मशाला के लिए सांसद नायब सिंह सैनी ने भी 11 लाख रुपये देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद उधम सिंह का जन्म पंजाब के संगरूर जिले के सुनाम में हुआ था। उनके बचपन का नाम शेर सिंह था। जलियांवाला बाग में एकत्रित लोगों पर अंग्रेजी सरकार ने गोलियां चला दी थी। इसमें अनेकों भारतीय मारे गए थे। शहीद उधम सिंह ने इनकी हत्या का बदला लेने की ठानी। इसके लिए वे इंग्लैंड गए। इंग्लैंड जाने के लिए नाम बदलकर शेर सिंह से उधम सिंह रखा। वहां जाकर अंग्रेजी अफसर डायर को सरेआम तीन गोलियां मारी। उन्होंने कहा कि उधम सिंह गोली मारकर भागे नहीं। अंग्रेजो ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और 2 दिन में दोषी करार दे दिया और उन्हें फांसी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद उधम सिंह के बलिदान को हम कभी नही भुला सकते।
सीएम खट्टर ने कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंत्योदय के भाव से काम कर रहे हैं। उनके लिए भारत सर्वप्रथम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें देश का भला करना है तो देश हित में काम करना होगा। हरियाणा सरकार भी अंत्योदय के भाव से काम कर रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सरकारी योजनाओं का लाभ गरीब व पिछड़े को सबसे पहले मिले, इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महापुरुषों के बलिदान व उनकी शिक्षा जन-जन तक पहुंचे, इसके लिए सरकार ने संत महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रचार-प्रसार योजना बनाई है। इसी के अंतर्गत महापुरुषों व संतों की जयंती सरकारी खर्च पर मनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार हरियाणा एक-हरियाणवी-एक के नारे पर कार्य कर रही है। देश के नागरिकों को एकता के सूत्र में बांधकर आगे बढ़ना ही क्रांतिकारियों को सच्ची श्रद्धांजलि है।