काश! हरियाणा के सभी एसपी अपनी सोच अम्बाला के एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा जैसी बना ले, न केवल अपराध खत्म होगा बल्कि आम लोगों से जुड़ी समस्याएं, जुड़ी तकलीफें दूर होंगी और आपसी भाईचारा बढ़ेगा। एक दूसरे के प्रति भावनात्मक होंगे। अम्बाला के एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा को जो भी मिलने आता है, उनका मुरीद हो जाता है। रंधावा में एसपी होने का कोई अहंकार, घमंड नहीं। ऐसा लगता है कि रंधावा रूपी पत्थर को भगवान ने अपने हाथों से तराशा है।
यही कारण है कि दफ्तर में 10-10 घंटे खड़े होकर लोगों की समस्याएं सुनते हैं, उनका निवारण करते हैं। और जनहित में बड़े बड़े फैसले ले रहे हैं। शायद अम्बाला भाग्यशाली जिला है, जहां अनिल विज जैसा गृह मंत्री है, सिवास कविराज जैसा आईजी है और जश्नदीप सिंह रंधावा जैसा एसपी है। जो हर वक्त लोगों के लिए उपलब्ध हैं। और सबसे अहम बात यह है कि अपराधी रंधावा से थर थर कांपने लग गए हैं।
शहर हो या गांव, गरीब हो या अमीर, छोटा हो या बड़ा जैसे कानून की आंखों में पट्टी है और यह देखकर इंसाफ नहीं देता कि उसके सामने बड़ा खड़ा है या छोटा, वैसी ही स्थिति अम्बाला के एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा की है। और हर रोज उनका कोई न कोई फैसला जनहित में होता है। अभी हाल ही में उन्होंने कहा था कि कोई भी व्यक्ति अपना लाइसेंसी हथियार लेकर फेसबुक पर फोटो नहीं डालेगा और आज उन्होंने
कह दिया कि कोई भी व्यक्ति नहर के समीप या नहर के अंदर नहीं जाएगा। नहीं तो उस पर एफआईआर दर्ज होगी। ऐसा फैसला लेकर एसपी ने न जाने कितनी जिंदगियां बचा ली। एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा की सोच का हर अफसर बन जाएं तो अदालतों में केस जाने बंद हो जाएंगे क्योंकि थाने, चौकियों में इंसाफ मिलेगा। अम्बाला में कम से कम झूठे केस दर्ज होने बंद हो गए। केसों की अब झूठी जांच नहीं होती। इसका फायदा अम्बाला की जनता को हुआ है।