छावनी के मोहड़ा स्थित जींस का कपड़ा और धागा बनाने वाली प्रताप टेक्सटाइल से 10 ऑपरेटरों को काम से निकाल दिया गया। इसके साथ ही कर्मचारियों ने फैक्टरी मैनेजर पर अभद्रता, समय पर वेतन नहीं देने और वेतन काटकर देने का आरोप लगाया।
उन्होंने बताया कि बिना कोई नोटिस दिए उन्हें काम से हटा दिया। इस मामले में मंगलवार को सभी ऑपरेटर अपने साथी कर्मचारी और प्रतिनिधियों के साथ एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां पर उन्होंने सहायक लेबर कमिश्नर प्रदीप कुमार को फैक्टरी मैनेजर के खिलाफ शिकायत सौंपी। इस शिकायत के बाद सहायक कमिश्नर ने उनकी शिकायत लेबर इंस्पेक्टर को मार्क कर दी और फैक्टरी के नाम नोटिस जारी कर मंगलवार को कार्यालय में बुलाया है।
बिना कारण बताए निकाल दिया काम से धीरज सिंह ने बताया कि वह फैक्टरी में पिछले आठ साल से काम कर रहे हैं। लेकिन उन्हें बिना कारण बनाते फैक्टरी से निकाल दिया है। फैक्टरी मैनेजर इस बारे में कोई भी जवाब नहीं दे रहे हैं।
12 घंटे लिया जाता है काम राजेश शर्मा ने बताया कि फैक्टरी में मशीन पर ऑपरेटर हैं। फैक्टरी में कर्मचारियों से 12 घंटे तक काम लिया जाता है। इसके साथ ही ओवर टाइम के पैसे नहीं मिलते हैं।
एक महीना 26 दिन बाद मिलता है वेतन बीरबल कुमार ने बताया कि एक महीना पूरा होने के बाद अगले महीने की 26 तारीख को वेतन दिया जाता है। जब इस बारे में शिकायत करते हैं तो काम से निकालने की धमकी मिलती है।
26 दिन में से 22 दिन का मिलता है वेतन बृजेश यादव ने बताया कि वह नौ साल से फैक्टरी में काम कर रहा है। वह महीने में 26 दिन काम करते हैं लेकिन एचआर विभाग की ओर से सभी कर्मचारियों का तीन से चार दिन का वेतन काट लिया जाता है।
प्रताप फैक्टरी से करीब 10 कर्मचारियों को निकाले जाने और वेतन संबंधित शिकायत आई है। इस शिकायत के बाद फैक्टरी को नोटिस जारी कर मंगलवार को बुलाया है। इसके साथ ही कर्मचारियों को भी बुलाया है। शिकायत को लेबर इंस्पेक्टर को मार्क कर दिया है। प्रदीप कुमार, सहायक लेबर कमिश्नर, अंबाला।