निर्मल सिंह की विनोद शर्मा ने गलतफहमी दूर कर उन्हें धकेला राजनीतिक हाशिये पर
अम्बाला (JYOTIKAN.COM): 2019 में विनोद शर्मा किसी कारण चुनावी मैदान में नहीं आए जिस कारण निर्मल सिंह मोहड़ा ने अम्बाला शहर विधानसभा सीट पर कब्जा करने का प्रयास किया और 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में 55 हजार वोट लेकर गलतफहमी में आ गए और अपना राजनीतिक संगठन तैयार कर लिया। और निर्मल सिंह को अपनी राजनीतिक ताकत व पकड़ का अहसास अम्बाला शहर नगर निगम चुनावों में हो गया और जिस विनोद शर्मा को निगम चुनावों में पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने धोखेबाज व भगौड़ा बताया था उसी विनोद शर्मा ने निर्मल सिंह को ना केवल दिन में तारे दिखा दिए बल्कि निर्मल सिंह को राजनीतिक हाशिए पर धकेलते हुए निर्मल सिंह के हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट के मेयर उम्मीदवार की जमानत जब्त करवा दी। निर्मल सिंह भूल गए थे कि विनोद शर्मा उनके गुरु हैं और गुरु गुरु ही होता है और चेला चेला ही रहता है।
विनोद शर्मा ने अपनी पत्नी शक्ति रानी शर्मा व निगम चुनावों में अपने 7 उम्मीदवार बनाकर फिलहाल निर्मल सिंह को उनकी व अपनी राजनीतिक हैसियत बता दी और विनोद शर्मा ने निर्मल सिंह को अपनी व उनकी अम्बाला शहर में राजनीतिक पकड़ भी बता दी। विनोद शर्मा के आने के बाद लोग निर्मल सिंह से राहत महसूस कर रहे हैं। जो निर्मल सिंह कहते थे कि उन्हें उनके नाम से 2019 में 55 हजार वोट विधान सभा चुनाव में मिली है निगम चुनाव में निर्मल सिंह की तमाम खुश फहमियां दूर हो गई