निर्मल सिंह ने क्यों बनाई हुई है HDF के मेयर प्रत्याशी व पार्षद के उम्मीदवारों के प्रचार से दूरी ?

निर्मल सिंह ने क्यों बनाई हुई है एचडीएफ के मेयर प्रत्याशी व अन्य पार्षद के उम्मीदवारों के प्रचार से दूरी ?

अम्बाला (ज्योतिकण ब्यूरो): पिछले 6 दिन से हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट की प्रत्याशी अमीषा चावला व निगम पार्षदों के उम्मीदवार प्रचार कर रहे है लेकिन उस प्रचार में एचडीएफ सुप्रीमो निर्मल सिंह खुद प्रचार नहीं कर रहे है बल्कि पार्टी की महासचिव चित्रा सरवारा एचडीएफ के प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रही हैं l निर्मल सिंह की यह कोई रणनीति हैं या फिर निर्मल सिंह इस चुनाव में कोई रुचि नहीं लेना चाह रहे जबकि निर्मल सिंह ने अपने विधानसभा चुनाव में खुद मोर्चा सम्भालकर रखा और अब अपनी ही पार्टी की मेयर का चुनाव लड़ रही अमीषा चावला को खुद अपना प्रचार करना पड़ रहा है l कहीं ऐसा तो नहीं कि चित्रा सरवारा भी प्रचार में हिस्सा लेकर खानापूर्ती पूरी कर रही हो l पिछले 6 दिन के अमीषा चावला व एचडीएफ के अन्य उम्मीदवारों के कार्यक्रमों पर नजर दौड़ाई जाए तो निर्मल सिंह सभी कार्यक्रमों से दूरी बनाये हुए है जबकि जिस तरह बिट्टू चावला विधानसभा चुनाव में निर्मल सिंह का सारथी था उस ढंग से निर्मल सिंह बिट्टू चावला के साथ नहीं चल रहे l सोशल मीडिया पर जो बिट्टू चावला ने अपने तमाम प्रोग्रामों की 30 नवम्बर से आज तक कार्यक्रमों की फोटो शेयर की उसमे कहीं भी किसी भी अमीषा चावला व अन्य उम्मीदवारों के कार्यक्रम में निर्मल सिंह मोहड़ा नजर नहीं आ रहे जबकि चित्रा सरवारा छावनी की राजनीती में सक्रिय है l
अम्बाला शहर में चित्रा सरवारा का कोई प्रभाव नहीं है लेकिन निर्मल सिंह की यह गेम पालिसी शायद बिट्टू चावला की भी समझ से बाहर हैं और अमीषा बिट्टू चावला के कुछ कार्यक्रम तो ऐसे हो चुके है जिनमे निर्मल सिंह को हर हालत में मौजूद रहना चाहिए था लेकिन शायद निर्मल सिंह निगम चुनाव को महत्व नहीं दे रहे l निर्मल सिंह के लिए तो यह कहावत सटीक बैठती है अपना खून खून दुसरे का खून पानी l बिट्टू चावला जो हर वक्त तकलीफ में रहते है आज वह अपनी पत्नी के स्वयं सारथी बने हुए है जबकि निर्मल सिंह को हर वक्त बिट्टू चावला की चुनावो की कमांड अपने हाथों में रखनी चाहिए थी l नगर में यह चर्चा है कि पिछले एक हफ्ते से बिट्टू चावला की धर्मपत्नी अमीषा चावला की जनसभाएं चल रही है लेकिन वहां निर्मल सिंह खुद न जाकर अपनी बेटी चित्रा सरवारा को भेज रहे है l कही ऐसा तो नहीं कि चित्रा सरवारा को अम्बाला शहर से सक्रिय कर अगला विधानसभा का चुनाव चित्रा सरवारा को अम्बाला शहर से लडवाना चाहते हो l लेकिन कहीं न कहीं बिट्टू चावला के समर्थकों में निर्मल सिंह के जनसभाओं में शामिल ना होने से मायूसी है और लोगो में इस बात की चर्चा है कि जिस बिट्टू चावला ने निर्मल सिंह को जिताने के लिए दिन -रात एक कर दिया आज जब बिट्टू चावला की पत्नी को निर्मल सिंह के डेमोक्रेटिक फ्रंट ने मेयर का टिकट दिया तो फिर निर्मल सिंह अपने मेयर प्रत्याशी के कार्यक्रमों से दूरी क्यों बनाये हुए है ?
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