पीएम मोदी किसान बिल पर आत्मा से पूछकर ले लें फैसला
वीरेश शांडिल्य की कलम से खरी-खरी
संपादकीय : भारत के प्रधानमंत्री देश में अच्छा काम कर रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री विश्व में भारत की साख बढ़ा रहे हैं, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी धर्माें का आदर करते हैं, भारत के प्रधानमंत्री मोदी सभी छोटे-बड़े गरीब अमीर की चिंता करते हैं। मोदी के अनेको फैसले समाज के लिए मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। कोरोना काल में मोदी की मानवता का चेहरा सामने आया। कोरोना काल में मोदी ने कहा था भले ही मेरे भारत की अर्थव्यवस्था खराब हो जाए लेकिन कोरोना से मैं देश के लोगों को मरने नहीं दूंगा, ऐसी सोच किसी पुण्यात्मा की हो सकती है। ऐसी सोच ऋषि मुनियों की हो सकती है, ऐसी सोच पीरों फकीरों की हो सकती है जो देश की जनता का भला चाहते हों, जो राष्टÑ का भला चाहते हों। मोदी जी आज का संपादकीय विशेष तौर पर किसानों के लिए समर्पित है, आज का संपादकीय सूरज को रोशनी दिखाने का काम कर अपनी औकात से बाहर आने वाली बात है, अपने देश के प्रधानमंत्री को छोटा मुंह बड़ी बात कहने की गलती कर रहा हंू। बिना तुजुर्बे के देश के सबसे बड़े पद प्रधानमंत्री को शिक्षा दे रहा हंू कि किसान आंदोलन को भड़कने से पूर्व दिल आत्मा से अकेले बैठकर जैसे लोकसभा चुनावों के बाद बाबा केदारनाथ के यहां ध्यान लगाया था और सोचे धरती पुत्र क्या मांग रहा है? क्यों मांग रहा है? ऐसा ना हो ये धरती पुत्र बिगड़ जाए और देश का माहौल खराब हो जाए फिर शायद देश की जनता मोदी जी आपको माफ नहीं करेगी। आप बिना किसी से बात किए बस इस बात पर चिंतन करें कि यदि किसान कौने कौने से इकट्ठे होकर दिल्ली जमावाड़ा कर चुके हैं तो कोई बड़ा कारण है किसान विचलित व भयभीत हैं। मोदी जी 1988 को राजीव गांधी देश में सबसे बड़ा बहुमत लेकर प्रधानमंत्री बने थे और किसान वोट क्लब पर किसान नेता टिकैत के नेतृत्व में एकत्रित हुए थे आखिर राजीव गांधी को झुकना पड़ा। किसानों की महानता है कि किसान आज भी बिना किसी प्रतिष्ठा का सवाल बनाए केंद्र सरकार के बुलावे पर जा रहे हैं क्योंकि वह सरकार से अपना हक चाहते हैं उनकी कोई प्रतिष्ठा नहीं। अगर सरकार यह ऐलान कर दे कि सरकार किसानों के पास चलकर आए तो फिर कैसी स्थिति होगी। मोदी जी हिंदुस्तान का जवान व हिंदुस्तान का किसान एक ही सिक्के के दो पहलु हैं। किसान हिंदुस्तान के हैं पाकिस्तान के नहीं। जो किसान दिल्ली बैठा है वो हिंदुस्तान की आवाम का अन्नदाता है उनको मोदी जी उठकर मिलें, उनके पास जाएं और उनको पूछे कि बताओ तुम्हारी रजा क्या है। इससे आपका कद विश्व में ऊंचा होगा।