वीरेश शांडिल्य की कलम से : क्या ED व इन्कम टैक्स चुनिंदा लोगों के खिलाफ काम करते हैं ?

क्या ईडी व इन्कम टैक्स चुनिंदा लोगों के खिलाफ काम करते हैं ?

वीरेश शांडिल्य की कलम से खरी-खरी

सम्पादकीय : देश में मोदी की सरकार है और मोदी जी कहते हैं ना खाऊंगा ना खाने दूंगा। यही सोचकर 2014 में देश की जनता ने मोदी जी को एकतरफा बहुमत देकर देश का प्रधानमंत्री बनाया और यह पहला मौका था जब देश की जनता ने कांग्रेस के अलावा किसी दूसरी पार्टी को अकेले बहुमत दिया। क्योंकि लोगों को आस उम्मीद थी कि देश में एक नई क्रांति आएगी, भय व भ्रष्टाचार खत्म होगा, रामराज आएगा और उसके बाद फिर 2019 में देश की जनता ने मोदी को चुनना ठीक समझा और मोदी पर विश्वास जताते हुए इस बात को माना कि मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है लेकिन कभी मोदी जी आपने नजर दौड़ाई कि क्या देश जैसा आप चाहते हैं वैसा हो रहा है रामराज आ गया है या नहीं या आज भी कुछ मुट्ठीभर लोगों के इर्द-गिर्द केंद्र व राज्य सरकारें घूम रही हैं? भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लोगों को बहुत उम्मीदें हैं जैसे पुराने टाईम में अंग्रेस इलाके के बड़े आदमी को आनरेरी मजिस्ट्रेट बना देते थे वैसा ही कुछ आज चल रहा है आज भी केंद्र में चंद पुंजीपती आगे हैं और राज्यों में जो जिला स्तर पर अमीर घराने है या सरकारों व ब्यूरोक्रेट्स की मदद से आज अपने आप को अपने शहर के टॉप टैन में गिनने लगे हैं उन्हीं के काम होते हैं उन्हें ना ईडी पूछती है ना इन्कमटैक्टस विभाग पूछता है उल्टा अगर गल्ती से पूछना पड़ जाए तो सूचना पहुंच जाती है कि आज आप पर छापे मारी होगी अपना संभल जाओ।

मेरे पिता डा. राममूर्ति ने बड़ी प्यारी लाईने लिखी थी ‘टैक्स चुराने के सारे गुर टैक्स निरिक्षक बतलाते हैं सैम्पल भरने से पहले दिन तारीख बतला जाते हैं सुविधा शुल्क ना मिलने पर ऐसी की तैसी कर जाते हैं प्यार मोहब्बत और हमदर्दी बीते कल की बाते हैं’ कुछ चंनिंदा लोग जिलों पर राज कर रहे हैं, राज्य में राज कर रहे हैं, देश में राज कर रहे हैं। आम व गरीब आदमी तो आज भी अपने व अपने परिवार के पेट को भरने के लिए काम कर रहा है लेकिन कुछ लोग जो राजनीति के दम पर ब्यूरो क्रेट्स के आर्शीवाद से मोटी रकमे देकर कोड़ी से करोड़ी बन गए और आज अपने आपको समाज व सरकार का ठेकेदार मानने लग गए और उच्च अधिकारियों को अपनी कठपुतली मान लिया। क्या ऐसे लोगों के खिलाफ देश के प्रधानमंत्री ईडी व इन्कमटैक्स को छापेमारी के आदेश देंगे। आज हरियाणा के तमाम जिलों में ऐसे ऐसे लोग आ गए जो कल तक किराए पर थे आज हजारों एकड़ के मालिक हैं अपने आपको बड़े बिजनस मैन मानते हैं आखिर उनके पास जमीन, जायदाद, धन कहां से आया, क्या देश की वित्त मंत्री इस पर ईडी व इन्कमटैक्स को लिखित आदेश पारित करेंगी जहां से सरकार को अरबों रुपए की चोरी मिलेगी। इन किसानों से सरकार क्या लेती है हाथ डालना है तो व्हेल मछलियों व मगरमच्छों को डालो जो डंके की चोट पर कहते हैं सरकार प्रशासन हमारी जेब में है। भ्रष्टाचारी अधिकारियों के चलते ये पैसे वाले लोग जहां चाहे अवैध निर्माण कर दें बड़ी-बड़ी बहुमंजिला बिल्डिंगे बना दें इन्हें कोई पूछने वाला नहीं। मोदी जी ऐसे लोगों के खिलाफ यदि आप जन आंदोलन छेड़ते हैं तो निश्चित तौर पर सरकारों को 2 नम्बर की भारी तादाद में राशि मिलेगी और अरबों रुपए की चल-अचल बेनामी संपत्तियां मिलेंगी लेकिन इसके लिए मोदी आदेश जारी करें। ऐसे लोग समाज को पैसे के दम पर दीमक की तरह खा रहे हैं। और सरकार व प्रशासन ऐसे लोगों से लगान लेकर ऐसे लोगों को समाज पर भारी पा रही है।

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