यूथ कांग्रेस पूर्व राष्ट्रीय महासचिव हिम्मत सिंह कभी भी हो सकते हैं राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल होकर कर सकते हैं घर वापसी !
हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट के नेता निर्मल सिंह व चित्रा सरवारा के लिए बुरी खबर, अम्बाला शहर से कांग्रेस टिकट पर 2014 में विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हिम्मत सिंह दिल्ली में हो सकते हैं कांग्रेस में शामिल !
अम्बाला (ज्योतिकण न्यूज) : आल इंडिया यूथ कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव व वर्तमान में हरियाणा के पूर्व राजस्व मंत्री निर्मल सिंह द्वारा गठित हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट के नेता हिम्मत सिंह की गत दिनों कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी सहित कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका गांधी के साथ बैठक हुई। इस बैठक का आयोजन पंजाब राज्यस्थान व महाराष्ट्र के गांधी परिवार के नजदीकी नेताओं ने करवाया था। पुख्ता जानकारी के मुताबिक हिम्मत सिंह ने राहुल गांधी को जल्द घर वापसी का आश्वासन दिया। हिम्मत सिंह के इस कदम से अम्बाला की राजनीति में हलचल शुरू हो गई है और सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हिम्मत सिंह निर्मल सिंह के डैमोक्रेटिक फ्रंट को अलविदा कहकर राहुल गांधी के नेतृत्व में घर वापसी कर सकते हैं। कांग्रेसी पंडितों व दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक हिम्मत सिंह अपने कई साथियों सहित राहुल गांधी के नेतृत्व में शामिल होंगे। हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट के नेताओं में घबराहट बनी हुई है क्योंकि निर्मल सिंह के अम्बाला शहर विधानसभा चुनाव की कमान मुख्या रुप से हिम्मत सिंह व बिट्टू चावला के पास रही।
लेकिन ज्यादा कार्यक्रम चौ. निर्मल सिंह के हिम्मत सिंह के नेतृत्व में हुए। ऐसे में निश्चित तौर पर यदि हिम्मत सिंह निर्मल सिंह व चित्रा सरवारा के हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट को अलविदा कहते हैं तो इससे निर्मल सिंह को भारी नुक्सान होना निश्चित है क्योंकि जो निर्मल सिंह को 52 हजार वोट मिली उसमें बहुत बड़ी भूमिका हिम्मत सिंह की भी रही है। ऐसे में हिम्मत सिंह का हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट छोड़ने से पार्टी व निर्मल सिंह कमजोर होंगे। लेकिन कांग्रेसी सूत्रों ने दावा किया कि हिम्मत सिंह का कांग्रेस में जाना लगभग जाना तय हो चुका है। सुत्र बताते हैं कि पुन: हिम्मत सिंह की वापसी के लिए महाराष्ट्र के एक बड़े नेता जो यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे और 2 बड़े नेता पंजाब व राज्यस्थान में कैबिनेट मंत्री हैं अहम भूमिका निभाई। ज्ञात रहे हिम्मत सिंह की राहुल गांधी के 10 जनपथ पर सीधे प्रवेश था और अम्बाला शहर के हिम्मत सिंह पहले ऐसे नेता बने थे जिन्हे गांधी परिवार खूब सम्मान देता रहा यही कारण हे कि उनके पुन: कांग्रेस में आने पर राहुल गांधी ने भी हरी झंडी दी है। देखते हैं हिम्मत सिंह की तरफ से कांग्रेस में वापसी पर किस तरह का बम फूटता है।