पूर्व मंत्री असीम गोयल के भाई रितेश गोयल ने स्वास्थ्य मंत्री आरती राव के महकमें में मंत्री की तरह हस्तक्षेप किया: वीरेश शांडिल्य

शांडिल्य बोले: अंबाला शहर की राजनीति में लोकतंत्र की हत्या कर नायब सैनी सरकार को बदनाम किया जा रहा है

अंबाला: एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व विश्व हिन्दु तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अंबाला शहर की राजनीति में असीम गोयल व उसका भाई रितेश गोयल खुले आम लोकतंत्र की हत्या कर नायब सैनी सरकार को बदनाम कर रहा है और लोकतंत्र में जनता के जनादेश का अपमान कर रहा है। वीरेश शांडिल्य ने आज अपने निवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पूर्व मंत्री असीम गोयल के सगे भाई रितेश गोयल जिसके पास न तो कोई संवैधानिक पद है और न ही कोई भाजपा सरकार में जिम्मेवारी है और न ही पार्टी स्तर पर कोई जिम्मेवारी रितेश गोयल के पास है उसके बावजूद भी रितेश गोयल सिविल अस्पताल में डीसी जितना रैंक रखने वाले डॉक्टरों को मुख्यातिथि के रूप में जाकर पदभार ग्रहण करवा रहा है जो चुने हुए अंबाला के सांसद वरूण चौधरी, सांसद कार्तिकेय शर्मा व अंबाला शहर के विधायक निर्मल सिंह सहित अंबाला जिला प्रशासन प्रमुख डीसी का अपमान है यहां तक रितेश गोयल सिविल अस्पताल में वीआईपी बनकर डॉक्टरों को पदभार ग्रहण करवाकर स्वास्थ्य मंत्री आरती राव के स्वास्थ्य विभाग में हस्तक्षेप कर रहा है और स्वास्थ्य विभाग की अंबाला शहर में किरकिरी कर रहा है जबकि रितेश गोयल को कोई अधिकार नहीं उसके पास कोई प्रोटोकॉल नहीं कि वह सरकारी डॉक्टरों को सिविल अस्पताल में जाकर सरकार का प्रतिनिधि दर्शाते हुए पदभार ग्रहण करवाए।

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया वीरेश शांडिल्य ने कहा कि वह इस बारे हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री को मिलेंगे और इस बात की जानकारी देंगे कि अंबाला शहर सिविल अस्पताल के सीएमओ ने प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई हैं। शांडिल्य ने कहा अंबाला शहर के सीएमओ ने क्या हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री आरती राव या एसीएस हेल्थ से रितेश गोयल को मुख्यातिथि बनाने के लिए कोई परमिशन ली इस पर सीएमओ श्वेत पत्र जारी करें। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि असीम गोयल व उसके भाई लगातार लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रहे हैं और जनता के जनादेश का अपमान करते हुए वीवीआईपी बन असीम गोयल हारने के बाद भी शिलान्यास बोर्डों पर अपना नाम लिखवा रहा है और उसका भाई रितेश गोयल सरकारी अस्पतालों में जाकर मुख्यतिथि के रूप में सरकारी डॉक्टरों को पदभार ग्रहण करवा लोगों में भ्रम पैदा कर रहा है कि वह सरकार है। इस पर मुख्यमंत्री सख्त आदेश पारित करें और लोकतंत्र में जनता के फैसले का सम्मान करें।