अमृतसर के अटारी बॉर्डर पर रोजाना शाम को होने वाली बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी के समय में तब्दीली की गई है. बीएसएफ प्रवक्ता के मुताबिक रिट्रीट पहले शाम 6 बजे शुरू होती थी, लेकिन अब 5.30 बजे से होगी , गर्मियों में दिन बढ़ा होने के कारण परेड देरी से शुरू होती है और सर्दियों में छोटे दिनों के कारण जल्दी से शुरू होती हैं , अटारी बॉर्डर पर शाम के समय होने वाले इस समारोह को बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी कहते हैं और इसे देखने के लिए देश-विदेश से कई लोग आते हैं |अटारी-वाघा सीमा पर झंडे उतारने की रस्म एक दैनिक सैन्य अभ्यास है जिसका भारत (सीमा सुरक्षा बल, बीएसएफ) और पाकिस्तान (पाकिस्तान रेंजर्स) के सुरक्षा बल 1959 से संयुक्त रूप से पालन कर रहे है , यह समारोह दोनों पक्षों के सैनिकों की जोरदार परेड के साथ शुरू होता है, और दोनों देशों के झंडों को पूरी तरह से सम्मान रूप से उतारने के साथ समाप्त होता है. यह दोनों देशों के बीच प्रतिद्वंद्विता के साथ-साथ दोनों देशों के सहयोग और भाईचारे का भी प्रतीक है