ज्योतिकण (अंबाला) डीएवी स्थापना दिवस के अवसर पर आज डी.ए.वी (मुरलीधर) सीनियर सेकंडरी विद्यालय में वैदिक चरित्र निर्माण शिविर का शुभारंभ हुआ। स्वामी दयानंद जी की 200 जयंती के उपलक्ष में लगभग 102 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। शिविर के प्रथम दिन मुख्य अतिथि श्री दिनेश जिंदल जो आर्ट ऑफ लिविंग के गणमान्य सदस्य व प्रसिद्ध आर्किटेक्ट हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ आरसूरी ने श्री दिनेश जिंदल को ओम पट् पहनाकर स्वागत किया व यजमान के रूप में उनके द्वारा वैदिक हवन यज्ञ की पूर्णाहुति दी गई। श्री जिंदल जी के द्वारा योग सत्र में छात्रों को प्राणायाम व सूर्य नमस्कार के आसन कराए गए। अध्यापिका श्रीमती राधिका सीकरी ने बच्चों को ग्रीष्म में पीने वाले पर व पौष्टिक नाश्ते में वाला नींबू पानी, अंकुरित दालों में सब्जियां डालकर तैयार करना सिखाया। उसके बाद ब्रह्मकुमारी शिवानी दीदी के द्वारा मानसिक शक्ति को बढ़ाने की क्रियाओं के बारे में बताया गया ।
उन्होंने बच्चों को बताया कि कैसे हम अपनी मानसिक शक्ति अपनी स्मरण शक्ति को बढ़ा सकते हैं और कैसे अपना समय निश्चित करके काम कर सकते हैं। प्रधानाचार्य डॉ आरसूरी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा प्रथम प्रयास यही होता है कि छात्र सबसे पहले एक चरित्रवान व्यक्ति बने जब तक वह अच्छे चरित्र का स्वामी नहीं होगा तब तक वह असफल है। चरित्रवान व्यक्ति समाज का दर्पण होता है।उसी के आधार पर वह समाज में अपना दर्जा बनाता है और हमारे चरित्र निर्माण शिविर का यही उद्देश्य होता है। अंत में उन्होंने शिविर में पधारे सभी गणमान्य जनों का धन्यवाद किया शांति पाठ का उच्चारण करते हुए बच्चों को प्रसाद वितरित किया गया।