गुरू तेग बहादुर जी के नाम पर मेडिकल कॉलेज की घोषणा स्वागत योग्य  कैप्टन भूपेन्द्र

गुरू तेग बहादुर जी के नाम पर मेडिकल कॉलेज की घोषणा स्वागत योग्य

कैप्टन भूपेन्द्र

जिला अध्यक्ष ने भारी संख्या में पहुंचने पर जताया धार्मिक संस्थाओं, श्रद्धालुओं व नागरिकों का आभार

 (अम्बाला ज्योतिकण)  हिंद की चादर श्री गुरू तेग बहादुर जी के 400 साला प्रकाशोत्सव में बढ़—चढ़कर भाग लेने पर जिला की धार्मिक संस्थाओं व नागरिकों का भाजपा के जिला अध्यक्ष कैप्टन भूपेन्द्र, वीरचक्र ने आभार जताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर द्वारा यमुनानगर में श्री गुरू तेग बहादुर जी के नाम से मेडिकल कॉलेज बनाने, पानीपत में समागम स्थल व गुरू ग्रंथ साहिब की पालकी लाई जाने वाली सड़क का नामकरण श्री गुरू तेग बहादुर जी के नाम पर करने, समागम स्थल  की घोषणा का स्वागत करते हुए उनका आभार जताया हैै। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि गुरू जी के शस्त्रों की प्रदर्शनी देशभर में लगाई जाएगी, जिसके लिए वाहन हरियाणा सरकार देगी भाजपा जिला अध्यक्ष कैप्टन भूपेन्द्र, वीरचक्र ने कहा कि पानीपत में आयोजित श्री गुरू तेग बहादुर जी के प्रकाशोत्सव में जिले की धार्मिक संस्थाओं के सहयोग से हजारों नागरिकों ने हिस्सा लेकर इसे सफल बनाया है। इसके लिए धार्मिक संस्थाएं, नागरिक व पार्टी कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैं। कार्यक्रम की व्यवस्था में जिला प्रशासन का भी विशेष सहयोग रहा। जिले की धार्मिक संस्थाओं व प्रशासन के सहयोग तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के निर्देशों पर पार्टी कार्यकर्ताओं के विशेष प्रयासों से पानीपत में आयोजित इस कार्यक्रम में जिले से हजारों नागरिकों ने पहुंचकर समागम देखा।

भाजपा जिला अध्यक्ष कैप्टन भूपेन्द्र, वीरचक्र ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी की सोच थी कि हर व्यक्ति को अपने धर्म निर्वहन की स्वतंत्रता रहनी चाहिए। उनकी सोच थी कि धर्म और राष्ट्र पर संकट हो तो इसकी रक्षा के लिए जीवन को बलिदान करने में देर नही करनी चाहिए। ऐसे में हमें अपने धर्म व देश की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि ऐसी महान विभूतियों की शिक्षाओं को हम केवल एक ही दिन ही नहीं बल्कि सदैव याद रखें और उन पर चलने का प्रयास करें ताकि हम उनके सपनों का भारत बना सकें।भाजपा जिला मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सपड़ा ने बताया कि पानीपत में आयोजित समागम में जिला भर से धार्मिक संस्थानों व समाजसेवियों ने पानीपत जाने वाले श्रद्धालुओं की जगह—जगह सेवा की और पानीपत में भी व्यापक प्रबंध किए हुए थे। उन्होंने बताया कि हिसार से चलने से पहले श्रद्धालुओं ने गुरूद्वारों में मत्था टेका व लंगर प्रसाद लेकर जयकारों के साथ यात्रा शुरू की। श्रद्धालु पूरे जोश के साथ समागम में पहुंचे और पूरी तन्मयता से कार्यक्रम देखा।

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