स्वास्थ्य मंत्री विज को मिलने के बाद आऊट सोर्सिंग कर्मचारियों पर फूटा सिविल हस्पताल प्रशासन का गुस्सा

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज  को मिलने के बाद आऊट सोर्सिंग कर्मचारियों पर फूटा सिविल हस्पताल प्रशासन का गुस्सा

कोरोना महामारी में दिन रात जान की परवाह ना करने वाले आऊट सोर्सिंग वार्ड सर्वैंट व सफाई कर्मचारियों को इनाम की बजाय मिला अपमान, कुछ को सिविल हस्पताल प्रशासन ने दिखाया बाहर का रास्ता और कुछ को वार्ड सर्वैंट से बनाया स्वीपर 
सीएमओ कुलदीप सिंह ने कहा कि आऊट सोर्सिंग कर्मचारियों के साथ ऐसा हुआ तो ठेकेदार पर होगी कार्रवाई
‘‘पीएमओ डॉक्टर सुखबीर सिंह ने कहा कि वार्ड सर्वैंट को नहीं लगाया जाएगा स्वीपर,  वार्ड सर्वैंट करेंगे अपनी पुरानी ड्यूटी, पीएमओ ने कहा कि फैलाई जा रहीं है हस्पताल प्रशासन को बदनाम करने की साजिश’’
अम्बाला (JYOTIKAN.COM) बीते कल सिविल हस्पताल में लगातार कोरोना महामारी काल में आऊट सोर्सिंग सेवाओं के तहत कर्मचारी अपनी जान की परवाह किए बिना काम कर रहे थे। इसमें कुछ की नियुक्ति वार्ड सर्वैंट के रूप में हुई और कुछ नियुक्तियां बतौर स्वीपर हुई हैं। लेकिन पिछले तीन महीने से तनख्वाह ना मिलने पर आऊट र्सोसिंग कर्मचारी अपने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से बीते वीरवार को मिले और तनख्वाह दिलवाने की मांग को लेकर एक पत्र सौंपा। हैरतगंज बात यह है कि जो आऊट सोर्सिंग कर्मचारियों ने चिट्ठी अपने मंत्री अनिल विज को सौंपी थी उसमें लिखा था कि उन्हे डर है कि हस्पताल प्रशासन उन्हें नौकरी से निकाल देगा कि वह मंत्री के पास क्यों पहुंचे। या तो आऊट र्सोसिंग कर्मचारी जो अनिल विज को मिले उनमें कोई ज्योतिषी था जैसा कर्मचारियों ने लिखा वैसा आज सिविल हस्पताल ने कर दिखाया। अपने स्वास्थ्य मंत्री की कोई परवाह नहीं की और अपनी खुन्नस निकालने के लिए आऊट र्सोसिंग कर्मचारियों पर गुस्सा निकाला कुछ को बाहर का रास्ता दिखाया और कुछ जनरल कैटागिरी से संबंधित वार्ड सर्वैंट को स्वीपर की ड्यूटी ज्वाइन करने के लिखित आदेश जारी कर दिए। यह बात स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के दरबार तक फिर पहुंच चुकी है और कर्मचारियों को न्याय दिलवाने का आश्वासन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दिया। उनके कम शब्द बोलने का मतलब आने वाले दिनों में सिविल हस्पताल प्रशासन के इस कदम पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की गाज हस्पताल प्रशासन पर गिर सकती है। जो बात आऊट र्सोसिंग कर्मचारी बीते रविवार अपने ज्ञापन में लिखकर दे रहे हैं वही साजिश कर्मचारियों पर अगले दिन हस्पताल प्रशासन द्वारा रच डाली। आखिर जिला हस्पताल प्रशासन को अपने मंत्री का भय नहीं रहा? क्या आऊट सोर्सिंग कर्मचारी तनख्वाह ना मिलने पर अपने महकमे के मंत्री को नहीं मिल सकते? जब स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को उनके आने की आपत्ति नहीं तो हस्पताल प्रशासन का गुस्सा आऊट र्सोसिंग कर्मचारियों के खिलाफ क्यों फूटा। यह उच्चस्तरीय जांच का विषय है। और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को इस बात पर कड़ा संज्ञान लेना होगा। क्योंकि उनके दरवाजे पर आने वाले को इंसाफ मिलता है। वहीं इस बारे अम्बाला सिविल हस्पताल के सीएमओ कुलदीप सिंह से ज्योतिकण के पत्रकार की फोन पर बात हुई उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है यदि आऊट र्सोसिंग कर्मचारियों के साथ ठेकेदार ने ज्यादती की है तो इस पर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई होगी और उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को महकमे का कोई व्यक्ति मिल सकता है उस पर हस्पताल प्रशासन को कोई आपत्ति नहीं। वहीं सिविल हस्पताल के पीएमओ डॉक्टर सुखबीर सिंह ने कहा कि सिविल हस्पताल प्रशासन को बदनाम किया जा रहा है और किसी भी आऊट र्सोसिंग कर्मचारी को नहीं बदला जहां वार्ड सर्वैंट थे वो वहीं ड्यूटी करेंगे जहां वह तैनात थे। अगर ठेकेदार की तरफ से कोई गलत सूचना दी गई या जारी की गई वह उनके संज्ञान में नहीं है। सिविल हस्पताल प्रशासन हर वक्त कर्मचारियों के हित में है।
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