तरसेम सिंह मोरांवाली व योगराज जैसे लोग किसान आन्दोलन को कर रहे है बदनाम !

तरसेम सिंह मोरांवाली व योगराज जैसे लोग किसान आन्दोलन को कर रहे है बदनाम !

वीरेश शांडिल्य की कलम से खरी – खरी 
सम्पादकीय (JYOTIKAN.COM) मोदी सरकार किसानों के हितों में तीन बिल लेकर आई और किसानों को संदेश दिया कि यह बिल किसानों के हित में है और यह बिल किसानों का सुरक्षा कवच है इस बिल से किसानों का भविष्य उज्जवल होगा लेकिन किसानों को किसने कहा, किसने बताया किसने समझाया यह बात तो समझ से परे है लेकिन आज की तारीख में किसान मोदी सरकार द्वारा लाये तीनो बिलों का विरोध कर रहा है और इन बिलों को किसान अपने डेथ वारंट बता रहा है लगातार किसान हरियाणा पंजाब में धरनों पर थे यहीं नहीं हरियाणा के किसानों ने तो सरकार पर लाठियां मारने का भी आरोप लगाया लेकिन केंद्र सरकार टस से मस नहीं हुई उसके बाद किसानों ने पंजाब के टोल फ्री करवाए तब भी केंद्र सरकार नहीं जागी और अंत में किसान करो और मरो की नीति पर आ गया और दिल्ली कूच कर गया और अब पिछले 10 दिन से सिन्धु बोर्डर को किसानों ने अपना अस्थाई घर बना लिया है अब किसानों का आन्दोलन जनांदोलन बन गया l आम आदमी भी धरती पुत्र की सोचने लगा हर आदमी सोचने लगा है कि जो चीज किसान ने मांगी नहीं वह थोपी क्यों जा रही है किसान कह रहा है नया कानून लाने की बजाय स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू कर दी जाए लेकिन मोदी सरकार हठधर्मी पर उतर चुकी है और बीते मंगलवार को मोदी के चाणक्य देश के गृह मंत्री अमित शाह भी किसानों को समझाने में असफल साबित हुए और अब आने वाले दिनों में किसानों का आन्दोलन उग्र रूप धारण कर सकता है l इसलिए भारत के प्रधानमंत्री मोदी को किसानों के बीच जाकर इन बिलों को निरस्त कर देना चाहिए जिस बिल को किसान अपना डेथ वारंट मान चुके है l
मोदी देर न करें देरी राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए खतरा बन सकती है क्योंकि देश में ही पाकिस्तानी आतंकवादी , आईएसआई , भिंडरावाला समर्थक , खालिस्तानी समर्थक सक्रिय है किसान आन्दोलन की आड़ में हिंसा भड़काने की साजिश रची जा सकती है l वहीं किसानों को भी गंभीर चिन्तन करना होगा और आन्दोलन में ऐसे लोग शामिल न हो जाए जो राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा बन जाए l देश का किसान खुद देखे की जो पूर्व अभिनेता योगराज सिंह ने किसान आन्दोलन में अहमद शाह अब्दाली का हवाला देकर देश की बहु-बेटी पर हमला बोला और वहीँ तरसेम सिंह मोरावाली जैसे लोग जो हमेशा धर्म की आड़ में देश का माहौल खराब करते है l अब वह किसान आन्दोलन का हिस्सा है l किसान इनसे बचे और अपनी लड़ाई जय जवान जय किसान के नारे पर ही लड़े निश्चित तौर पर उन्हें जीत मिलेगी l मोरावाली व योगराज जैसे लोग और जो बड़े-बड़े घोड़ों पर बैठकर आये निहंग एक डर पैदा कर रहे है l जो किसान आन्दोलन के लिए आने वाले समय में हानिकारक साबित हो सकता है l 
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