प्रशासन कर रहा बाढ़ बचाव के काम, प्रक्रिया धीमी

अंबाला में बाढ़ से बचाव के लिए प्रशासन काम तो कर रहा है, लेकिन अभी प्रक्रिया धीमी है। शहर की बात करें तो नगर निगम की ओर से एक बार नालों और ड्रेन की सफाई कराई जा चुकी है।

निगम की सफाई प्रक्रिया धीमी है। शहर में अभी ज्यादातर नाले गाद से भरे हैं। शहर के कपड़ा मार्केट, नदी मोहल्ला, रामबाग रोड, जगाधरी गेट, सेक्टर-8 हाउसिंग बोर्ड, मानव चौक, मनमोहन नगर क्षेत्र में नालों और ड्रेन में सफाई के बाद भी गंदगी जमा है। जबकि सबसे ज्यादा बरसाती पानी की मार इन क्षेत्र में पड़ती है। शहर मनमोहन नगर में पिछली दो वर्षों में हुई बारिश में ज्यादा नुकसान हुआ। लोगों के घरों में जलभराव होने से घरों का सामान खराब हो गया था।

जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से कपड़ा मार्केट क्षेत्र व आसपास की कॉलोनियों को बरसाती पानी से निजात दिलाने के लिए डिस्पोजल बनाया जाएगा। इस पर करीब साढ़े छह करोड़ खर्च होंगे। वहीं, इंद्रपुरी कॉलोनी में भी पुराने डिस्पोजल को ठीक किया गया है। नगर निगम सेनेटरी इंस्पेक्टर सुशील कुमार ने बताया कि सुपर सकर मशीन से शहर में सफाई करवाई जा रही है। पानी निकासी के लिए 40 से ज्यादा पंप भी शहर के अलग-अलग क्षेत्र में लगा दिए गए हैं।

मानसून से पहले टांगरी नदी की खुदाई शुरू हो गई है। टांगरी नदी को आठ से दस फीट तक गहरा किया जाएगा। इसके लिए सिंचाई विभाग की तरफ से तीन जेसीबी मशीनों सहित आठ टिपर लगाए हैं। टांगरी नदी से निकली मिट्टी को राष्ट्रीय राजमार्ग अपनी परियोजनाओं के लिए इस्तेमाल कर रही है। टांगरी नदी की खुदाई शुरू होने से आसपास बसी कॉलोनी के वासियों से राहत की सांस ली है। उन्हें उम्मीद है कि पिछले वर्ष की भांति उन्हें इस वर्ष जलभराव और बाढ़ की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा।

वहीं, टांगरी की खुदाई के साथ ही किनारों के तटबंध को पक्का करने का काम भी शुरू किया जाएगा। इसके लिए भी जल्द की कार्रवाई शुरु हो जाएगी। वहीं चंदपुरा से लेकर टांगरी पुल तक लगभग डेढ़ एकड़ जमीन के अधिग्रहण को लेकर भी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इस टुकड़े के मिलने से चंदपुरा पुल से लेकर टांगरी नदी के पुल तक दोनों किनारे के तटबंध पक्का हो जाएंगे और फिर टांगरी नदी का पानी रिहायशी क्षेत्रों में नहीं घुस पाएगा।