महेश नगर के एक केडी अस्पताल में मुंह में फ्रेक्चर के ऑपरेशन के दौरान पटियाला के घग्गर गांव निवासी 17 वर्षीय साहिब जोत सिंह की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। इसके बाद सोमवार देररात परिजनों ने डॉक्टर व अन्य स्टाफ पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और करीब दो घंटे के बाद मामले को शांत करवाया।
महेश नगर थाना पुलिस ने मृतक के दादा घग्गर गांव के भूतपूर्व सरपंच करनैल सिंह की शिकायत पर अस्पताल के डॉक्टर आदि के खिलाफ डीडीआर काटकर मामले की जांच शुरू कर दी। उधर, केडी अस्पताल के संचालक डॉक्टर सुश्रुत शर्मा का कहना है कि बच्चे की मौत का उन्हें भी बेहद दुख है। बच्चे का ऑपरेशन नहीं चल रहा था। पुलिस जांच कर रही है और जांच में जो आएगा वो सबके सामने होगा।
महेश नगर थाना पुलिस की तरफ से पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों का बोर्ड बनवाया गया। इन बोर्ड में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील चौहान व बेहोशी के डॉक्टर हरीश सहित फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. सुमित थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए मृतक साहिब जोत सिंह के हार्ट से लेकर ब्रेन, किडनी, लंग्स आदि को पैथोलॉजी लैब के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल व कैमिकल की जांच के लिए दूसरी लैब में भेजा जाएगा। करीब एक से डेढ़ माह के भीतर रिपोर्ट आएगी। इंस्पेक्टर अजीत ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असल कारणों का खुलासा हो पाएगा।
मृतक के दादा करनैल सिंह ने बताया कि वह खेतीबाड़ी करते हैं। बेटे हरविंद्र सिंह का लड़का 17 वर्षीय साहिब जोत सिंह राजपुरा की तरफ ट्यूशन के लिए जा रहा था। 13 जून को अज्ञात वाहन ने रास्ते में टक्कर मार दी थी। पहले तो वह उपचार के लिए एक निजी अस्पताल ले गए थे, वहां से मुंह व कोहनी में फ्रेक्चर के कारण परिजन केडी अस्पताल में लेकर पहुंचे थे। 16 जून को मुंह व ठोडी के ऑपरेशन के लिए ले गए थे। आरोप लगाया कि इस बीच गलत इंजेक्शन लगाने के कारण साहिब जोत सिंह की मौत हो गई। वह परिवार का इकलौता बेटा था।
एक वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि मौत की भनक लगते ही परिजन ऑपरेशन थिएटर में पहुंच गए थे। परिजन विलाप कर रहे थे और डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगा रहे थे। मृतक की मां भी गश खाकर गिर रही थी। पुलिस मुलाजिम परिजनों को समझा रहे हैं। परिजन इस वीडियो में डॉक्टरों सहित अन्य पर लापरवाही के आरोप लगा रहे हैं।