गुहला-चीका (कैथल)। भागल गांव में एक नवजात शिशु का शव स्कूल बैग में मिलने से सनसनी फैल गई। प्लास्टिक में लपेटकर उसे फेंका गया था। मामले में एक महिला पर नवजात की हत्या कर शव को छिपाने का गंभीर आरोप लगा है। शिकायत महिला की सास फूलपति की ओर से दी गई,
फूलपति ने बताया कि उसका बेटा गुरुचरण सिंह पिछले तीन वर्षों से विदेश में रह रहा है। वर्ष 2015 में उसका विवाह पूनम देवी से हुआ था, जिससे उनके तीन छोटे बच्चे हैं। पति के विदेश जाने के बाद, फूलपति के अनुसार, बहू पूनम का व्यवहार बदल गया और वह अक्सर घर से बाहर रहने लगी।सके आधार पर पुलिस ने गर्भवती समेत तीन महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फूलपति ने आरोप लगाया कि बहू पूनम उसके साथ दुर्व्यवहार करती थी, जिस कारण वह छह महीने तक मायके में रही। जब वह करीब 10 दिन पहले वापस लौटी तो बहू का पेट फूला हुआ था। पूछने पर पूनम ने पेट में पानी भरने की बात कही। फूलपति को शक हुआ कि वह गर्भवती है, जिसे लेकर कहासुनी भी हुई।
स्कूल बैग में मिला नवजात का शव
11 जून को फूलपति की बेटी जब अपने मायके आई तो घर के पास बने एक पशुबाड़े में नीले रंग का स्कूल बैग पड़ा देखा। जब बैग खोला गया तो उसमें प्लास्टिक की थैली में नवजात शिशु का शव मिला। शव एक लड़के का प्रतीत हो रहा था और उसके गले में लाल रंग की चुन्नी बंधी हुई थी।
घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग एकत्रित हो गए। पुलिस ने डायल 112 के माध्यम से मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। पूनम देवी को चिकित्सकीय जांच के लिए पहले गुहला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, फिर जिला नागरिक अस्पताल, कैथल भेजा गया।
पुलिस को दी गई शिकायत में फूलपति ने अपनी बहू पूनम देवी के अलावा गांव की दो अन्य महिलाओं नन्ही और मीना को भी घटना में संलिप्त बताया है।
चीका थाना प्रभारी बलबीर सिंह ने बताया कि फूलपति की शिकायत पर पूनम, नन्ही व मीना के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1), 238(ए) और 3(5) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
मायके में रह रही थी आरोपी दो माह पहले ही लौटी थी
कैथल। चीका के भागल गांव में नवजात को जन्म देने के बाद उसकी हत्या के मामले में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी महिला पूनम देवी पिछले करीब एक साल से अपने मायके में रह रही थी। उसका पति पिछले तीन वर्षों से पुर्तगाल में है। दो महीने पहले ही पूनम अपने ससुराल भागल गांव लौटी थी।
बताया जा रहा है कि पूनम का अपनी सास फूलपति के साथ अक्सर झगड़ा होता था, जिस कारण वह ससुराल में नहीं रह रही थी। सास को संदेह हुआ कि बहू गर्भवती है।
जब इस बारे में पूनम से पूछा गया तो उसने साफ इन्कार कर दिया। समाज में बदनामी के डर से उसने न सिर्फ अपनी गर्भावस्था को छिपाए रखा, बल्कि दो अन्य महिलाओं की मदद से घर पर ही डिलीवरी करवाई।
जांच में सामने आया है कि डिलीवरी के दो से तीन दिन बाद ही उसने नवजात की गला दबाकर हत्या कर दी। शव को प्लास्टिक में लपेटकर एक नीले रंग के स्कूल बैग में बंद कर पास के पशुबाड़े में फेंक दिया गया।
इस घटना के सामने आने के बाद गांव में भारी आक्रोश है। ग्रामीण महिला की इस अमानवीय हरकत से स्तब्ध हैं। वहीं पुलिस महिला के परिजनों की भूमिका की भी गहराई से जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी महिला काफी समय से मायके में रह रही थी और कुछ समय पहले ही ससुराल आई थी। यहीं पर उसकी डिलीवरी भी हुई थी। शिकायत के आधार पर पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। -बलबीर सिंह, एसएचओ चीका थाना,