धीमी चल रही है सफाईव्यवस्था, ऐसे डूबेगा शहर

वर्ष 2023 में आई बाढ़ के बाद नगर निगम ने सबक नहीं लिया। यही नहीं 2024 में भी ज्यादा बारिश से जलभराव के कारण लोगों को सामना करना पड़ा। लोगों के घरों का सामान तक खराब हो गया, लेकिन अभी भी निगम की ओर से सफाई कार्य में तेजी नहीं लाई जा रही।

जून माह के अंत में मानसून सक्रिय होने से बरसाती सीजन शुरू होने की संभावना है। इस लिहाज से शहर में सफाई कार्य अभी लगातार तेजी से करने की जरूरत है। अभी तक निगम की कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई कि शहर के निचले इलाकों में जलभराव से कैसे निपटा जाएगा।

पूरे साल नहीं होती सफाई
दरअसल, बरसाती सीजन के दौरान ही निगम को शहर के नालों और ड्रेन की सफाई की याद आती है, जबकि पूरे साल में सफाई कार्य नहीं किया जाता। सफाई कार्य के लिए निविदा भी तब लगाई जाती है, जब बरसाती सीजन के आने में कुछ ही समय रह जाता है। इसके बाद भी धरातल पर सही तरीके से सफाई कार्य नहीं होता।

शहर में नालों की सफाई पूरे साल होनी चाहिए। अभी तक लक्ष्मी नगर क्षेत्र का नाला गंदगी से भरा है। इसकी सफाई नहीं की गई है। शहर में नालों को अंडरग्राउंड करना चाहिए, जिससे कि कूड़ा करकट उनके अंदर न जा सके।

सेक्टर-9 में टीपीएस पर मोटर क्षमता बढ़ा दी गई है। पाइपलाइन भी पानी की निकासी के लिए दबाई जा रही है। इसको लेकर कार्य चल रहा है। इस बार सेक्टरवासियों को बरसाती सीजन में जलभराव से राहत मिलने की उम्मीद है।
सुरेंद्र मोहन शर्मा, स्थानीय निवासी।

सफाई के लिए खुद कर रहे संपर्क
नगर निगम मेयर सैलजा सचदेवा प्रतिनिधि और मनोनीत पार्षद संदीप सचदेवा ने बताया कि 2023 में प्राकृतिक आपदा की वजह से बाढ़ आई थी। निगम को इस बाढ़ से सबक लेना चाहिए था, मगर इसके बाद भी कोई ठोस योजना नहीं बनाई। इस वजह से 2024 में भी जलभराव के कारण दिक्कत का सामना करना पड़ा। उस दौरान नगर निगम, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग भवन एवं सड़कें और रेलवे का आपसी तालमेल नहीं था। इस बार वह सभी विभागों से वह खुद तालमेल कर रहे हैं। शहर के नालों और ड्रेन में सफाई कार्य चल रहा है। पिछले दो महीने में काफी कार्य निगम ने किया है। रेलवे और सिंचाई विभाग ने भी अपने-अपने क्षेत्र में सफाई करवाई है।

अशोक गोयल, स्थानीय निवासी।