महिला डॉक्टर की पीड़ा स्वास्थ्य मंत्री आरती राव को क्यों नहीं सुनी

महिला डॉक्टर की पीड़ा स्वास्थ्य मंत्री आरती राव को क्यों नहीं सुनी: एक तरफ तो देश में भारत के प्रधानमंत्री बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं और भाजपा सरकार के ही अधिकारी डॉक्टर बेटी का खुले आम अपमान कर रहे हैं

महिला डॉक्टर की पीड़ा स्वास्थ्य मंत्री आरती राव को क्यों नहीं सुनी
महिला डॉक्टर की पीड़ा स्वास्थ्य मंत्री आरती राव को क्यों नहीं सुनी

जीवन में कोई किसी का स्थान नहीं ले सकता

लेडिज डॉक्टर से दुर्व्यवहार: डॉयरेक्टर कुलदीप मलिक की मुश्किलें बढ़ी

अंबाला। (ज्योतिकण): हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव एक बहुत बड़े खानदानी घराने से हैं जिसके दादा हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे और उनके पिता केंद्र में प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंत्री हैं लेकिन उसके बावजूद भी हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव को महिला डॉक्टर की पीड़ा क्यों सुनाई नहीं दी जबकि महिला डॉक्टर ने खुले आम हरियाणा के डीजी हेल्थ कुलदीप मलिक पर दुर्व्यवहार के आरोप लगाए और हरियाणा के एचसीएमएसए के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजेश ख्यालिया मुख्यमंत्री नायब सैनी व हेल्थ मंत्री को पत्र लिख चुके हैं

डीजी हेल्थ कुलदीप मलिक ने सरकारी मीटिंग में महिला डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया जो बर्दास्त नहीं किया जाएगा लेकिन दुख की बात है कि एक महिला स्वास्थ्य मंत्री ने न तो अपने डीजी हेल्थ कुलदीप मलिक के खिलाफ आई शिकायत पर कोई संज्ञान लिया न ही मीडिया में डीजी हेल्थ के खिलाफ छपी खबरों पर कोई संज्ञान लिया। कहीं ऐसा तो नहीं बाढ़ ही खेत को खा रही है

अन्यथा एक महिला स्वास्थ्य मंत्री को महिला डॉक्टर जो रिटायरमेंट पर बैठी है जिसने अपना पूरा जीवन स्वास्थ्य विभाग को दे दिया उन्हें आज तक इंसाफ से वंचित क्यों रखा गया? आज तक हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन की शिकायत पर डीजी हेल्थ को सस्पेंड क्यों नहीं किया गया। एक तरफ तो देश में भारत के प्रधानमंत्री बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं

भाजपा सरकार के ही अधिकारी डॉक्टर बेटी का खुले आम अपमान कर रहे हैं और आज तक उनका दुख जब महिला स्वास्थ्य मंत्री समझ नहीं पाई तो अन्य अधिकारी महिला डॉक्टर की तकलीफ को कैसे समझेंगे।

हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव को महिला डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार करने पर अपने ही विभाग के डीजी हेल्थ कुलदीप मलिक के खिलाफ गंभीर एक्शन लेना चाहिए न केवल उन्हें केवल डीजी हेल्थ पद से हटाना चाहिए बल्कि डीजी हेल्थ को सस्पेंड करने के आरती राव को आदेश देने चाहिए ताकि कोई भी अधिकारी कानून हाथ में न ले सके। किसी भी अधीनस्थ डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार न किया जा सके।

सार्वजनिक महिला डॉक्टर का अपमान छोटी बात नहीं है अगर महिला डॉक्टर उस बेइज्जती के सदमें के कारण आत्महत्या कर लेती तो क्या डीजी हेल्थ कुलदीप मलिक महिला डॉक्टर को जीवित कर सकते थे? ज्ञात रहे डॉक्टर कुलदीप मलिक अंबाला शहर में भी सीएमओ रहे हैं और यहां भी उनका विवादों से नाता रहा है यही नहीं एक फोर क्लास कर्मचारी भी उनके खिलाफ लगातार शिकायतें सरकार को भेज रहा है इसकी भी जानकारी ज्योतिकण को मिली है।

जल्द ही ज्योतिकण डीजी हेल्थ कुलदीप मलिक ने अंबाला में किन किन लोगों के साथ अन्याय किया उसकी जानकारी भी खबरों के माध्यम से हेल्थ मंत्री आरती राव व हेल्थ अधिकारियों के संज्ञान में लाई जाएगी। अगर डीजी हेल्थ ही अपने डॉक्टर का सम्मान नहीं करेगा तो उसको डॉक्टर कहलाने का कोई अधिकार नहीं। इस बारे कुलदीप मलिक का पक्ष जानना चाहा लेकिन वह उपलब्ध नहीं हुए।