निगम कमिश्नर और अधिकारियों ने नायब सैनी व विपुल गोयल की किरकिरी की: संजय लाकड़ा ने कहा, अंबाला शहर नगर निगम कमिश्नर वीरेंद्र लाठर व अन्य अधिकारी श्वेत पत्र जारी करें कि क्या है मेयर का प्रोटोकॉल
किसकी हिम्मत है कि जो भाजपा पार्टी व भाजपा सरकार के समांतर अपनी सरकार चला रहा है?
भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार बनेगी और अंबाला शहर में विकास कार्य होंगे जबकि सैलजा सचदेवा को नायब सैनी की सरकार में निगम अधिकारी काम ही नहीं करने दे रहे और नीचा अलग दिखा रहे
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अंबाला। (ज्योतिकण): क्या भाजपा सरकार ने मेयर का पद अंबाला शहर में इसलिए बनाया था कि नगर निगम के अधिकारी ही चुने हुए मेयर को नीचा दिखाएं। भाजपा सरकार व उसके मुखिया नायब सैनी को इस पर गंभीर चिंतन करना होगा और नायब सैनी सरकार को बदनाम करने वाले अफसरों को उनकी असली हैसियत नायब सैनी सरकार को दिखानी होगी।
कल दिन था शुक्रवार दिनांक थी 11 जुलाई और अंबाला शहर की मेयर सैलजा सचदेवा जो भाजपा की अंबाला शहर की पहली मेयर भारी बहुमत से चुनी गर्इं उन्होंने अपने नवनिर्मित कार्यालय में पदभार ग्रहण करना था हजारों लोगों को निमंत्रण था, हवन यज्ञ का प्रोग्राम था और भाजपा के व समाज के प्रतिष्ठित लोग, पत्रकार, शिक्षण संस्थान से जुड़े लोग, डॉक्टर, वकील सहित धार्मिक संस्थाओं के लोग मेयर सैलजा सचदेवा के नवनिर्मित दफ्तर के उद्घाटन में पहुंचे
लेकिन उस उद्घाटन समारोह में नगर निगम के कमिश्नर वीरेंद्र लाठर सहित तमाम निगम अधिकारियों की गुंडागर्दी साफ नजर आई और चपरासी से लेकर निगम कमिश्नर तक मेयर सैलजा सचदेवा के नवनिर्मित दफ्तर के उद्घाटन में नहीं गए जिससे लोगों में रोष था कि यह लोकतंत्र में जनता का अपमान है और नायब सैनी सरकार पर अधिकारी भारी पड़ रहे हैं
और भाजपा की मेयर का अपमान कर उन्हें नीचा दिखाया गया बड़ी बात तो यह है कि यह नीचा किसके कहने पर दिखाया गया? किसकी हिम्मत है कि जो भाजपा पार्टी व भाजपा सरकार के समांतर अपनी सरकार चला रहा है? भाजपा के मुख्यमंत्री नायब सैनी जहां जनता की सुनवाई कर रहे हैं और लोगों में यह साबित कर रहे हैं कि भाजपा सरकार जनता के हितों व हकों की रक्षा की सरकार है
लेकिन कल अंबाला शहर की भाजपा की पहली मेयर सैलजा सचदेवा जिन्हें 4 महीने के बाद दफ्तर मिला इससे पहले 25 मार्च से लेकर 10 जुलाई 2025 तक सैलजा सचदेवा निगम के कार्यालय में जनसमस्याएं सुनती रही जबकि निगम कमिश्नर वीरेंद्र लाठर व अन्य अधिकारी अपने एसी दफ्तरों में कब्जा करे बैठे रहे जबकि नगर निगम में सबसे बड़ा पद मेयर का है
लेकिन कल अंबाला शहर के नगर निगम के कमिश्नर वीरेंद्र लाठर सहित तमाम निगम अधिकारियों ने हरियाणा में भाजपा सहित सरकार मुख्यमंत्री व स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल की किरकिरी की है। भाजपा में ऐसी रिवायत पहले नहीं थी नगर में रोष है और जनता खुले आम कर रही है कि निगम कमिश्नर को सस्पेंड करना चाहिए व अन्य अधिकारियों को कम से कम नारनौल भेजा जाना चाहिए।
निगम कमिश्नर वीरेंद्र लाठर ने यह अपमान मेयर सैलजा सचदेवा का नहीं बल्कि मुख्यमंत्री नायब सैनी का किया है। क्योंकि नायब सैनी का अंबाला गृह जिला है और खुद मुख्यमंत्री मेयर सैलजा सचदेवा का प्रचार करने अंबाला आए थे और लोगों को कहा था कि सैलजा सचदेवा को जितवाओ और भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार बनेगी और अंबाला शहर में विकास कार्य होंगे जबकि सैलजा सचदेवा को नायब सैनी की सरकार में निगम अधिकारी काम ही नहीं करने दे रहे और नीचा अलग दिखा रहे।