योग दिवस पर भारत में बने वर्ल्ड रिकॉर्ड, गिनीज बुक में दर्ज हुआ गुजरात और आंध्र प्रदेश का नाम

11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भारत के लिए खास रहा। भारत के दो राज्यों ने इस विशेष दिन बड़ी उपलब्धि हासिल की। आंध्र प्रदेश और गुजरात के लोगों ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। आइए जानते हैं कि दोनों राज्यों का नाम क्यों गिनीज बुक में दर्ज हुआ?

पूरे देश में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की धूम रही। भारत ने योग दिवस पर विशेष उपलब्धि हासिल की। गुजरात और आंध्र प्रदेश ने योग में रिकॉर्ड कायम करते हुए गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराया। प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात और गृह नगर वडनगर ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। यहां दो हजार लोगों ने दो मिनट नौ सेकेंड तक भुजंगासन करके यह उपलब्धि हासिल की। वहीं आंध्र प्रदेश ने दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए। यहां तीन लाख लोगों ने एक साथ योग करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। वहीं 2,000 आदिवासी छात्रों ने एक साथ 108 मिनट में 108 सूर्य नमस्कार करके बड़ी उपलब्धि हासिल की।

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के आधिकारिक निर्णायक रिचर्ड स्टनिंग ने बताया कि योग में कोबरा मुद्रा (भुजंगासन) करने वाले सबसे अधिक लोगों का रिकॉर्ड शनिवार को बना। हमने रिकॉर्ड के लिए प्रतिभागियों की न्यूनतम संख्या 250 तय की थी। उन्हें कम से कम एक मिनट के लिए कोबरा मुद्रा में योग करना था। करीब 2184 प्रतिभागियों ने इसमें भाग लिया और दो मिनट और नौ सेकेंड तक 2121 प्रतिभागियों ने योग किया। उन्होंने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ा। इसमें शामिल सभी लोगों को बधाई, और यह एक शानदार उपलब्धि है।
गुजरात के लिए गर्व का क्षण
गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने एक्स पर लिखा कि गुजरात और भारत के लिए गर्व का क्षण। वडनगर में खूबसूरत शर्मिष्ठा झील पर 2,121 लोगों ने एक साथ भुजंगासन किया। जिससे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना। भुजंगासन रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन में सुधार करता है। पीठ को मजबूत करता है और फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है। इस विश्व रिकॉर्ड के लिए और स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति आपकी बढ़ती जागरूकता के लिए गुजरात के लोगों को बधाई। वडनगर का प्राचीन शहर, आध्यात्मिकता, कला और संस्कृति का संगम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मस्थान है। यहां योग के दौरान एक शांत और भव्य दृश्य देखने को मिला, जिसमें योग ने पूरे स्थान को अलौकिक सौंदर्य से भर दिया। प्रधानमंत्री मोदी का आभार। योग भारत के ऋषियों द्वारा दिया गया ज्ञान का एक शाश्वत उपहार है।
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की और इस उपलब्धि का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने जो उपहार दिया है, उससे दुनिया खुश है, और पीएम मोदी ने इसे किया। पीएम मोदी कहते हैं, यह योग सभी के लिए है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग किया। वहीं बनासकांठा जिले के अंबाजी मंदिर में एक साथ योग और गरबा का प्रदर्शन किया।
लोगों ने इतिहास रचा : नायडू
आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि आंध्र प्रदेश ने दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए। यहां तीन लाख लोगों ने एक साथ योग करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। वहीं 2,000 आदिवासी छात्रों ने एक साथ 108 मिनट में 108 सूर्य नमस्कार करके बड़ी उपलब्धि हासिल की। विशाखापत्तनम में तीन लाख से अधिक लोग योग करने के लिए एकत्र हुए और इतिहास रच दिया। वहीं करीब 22,000 आदिवासी छात्रों ने एक साथ 108 मिनट में 108 सूर्य नमस्कार किए। पूरे आंध्र प्रदेश में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग में भाग लेने के लिए 2.45 करोड़ लोगों ने पंजीकरण कराया।
पीएम मोदी ने किया योग को जन आंदोलन बनाने का आह्वान
इससे पहले  आंध्रप्रदेश में बंदरगाह शहर विशाखापत्तनम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चाहे सिडनी ओपेरा हाउस की सीढ़ियां हों, एवरेस्ट की चोटियां हों या समुद्र का विस्तार। हर जगह संदेश एक ही है – योग सभी का है और सभी के लिए है। योग की वैश्विक स्वीकृति सिर्फ प्रतीकात्मक नहीं है, बल्कि यह मानव कल्याण के लिए एक संयुक्त प्रयास है।