क्या अंबाला का सनातन धर्म नौरंग राय तालाब के अधूरे पड़े काम पर बोलेगा?:सनातन धर्म सभा हजारों साल पुराना धर्म जिसका नींव आदि गुरू शंकराचार्य ने रखा और सनातन ऋषि मुनियों की पहचान से आगे बढ़ा। अंबाला शहर सनातन धर्म सभा है जिसके प्रधान नरेश अग्रवाल हैं।
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क्या वह पिछले दस वर्षों से अधर में लटके नौरंग राय तालाब के अधूरे पड़े काम पर कोई ब्यान देंगे? क्या वह यह संदेश देंगे कि अंबाला का सनातन जीवित है? अंबाला के लाखों सनातनियों के सम्मान का प्रतीक वामन द्वादसी मेला जो सितंबर 2025 में शुरू हो रहा है और मुख्यमंत्री नायब सैनी अबकी बार मुख्यातिथि हैं
उनका स्वागत है लेकिन दस वर्षों से भगवान वामन का सरोवर जिसका जीर्णोद्वार के लिए करोड़ों रूपए लग गए लेकिन आज भी जंग लगा हुआ है और पूर्व विधायक असीम गोयल ने दस साल पहले हवन कर नौरंग राय तालाब का नींव रखा था लेकिन नौरंग तालाब का जीर्णोंद्वार तो क्या होना था उसके कार्याें में करोड़ों की भ्रष्टाचार की विजीलेंस जांच कर रही है।
क्या सनातन धर्म साल में एक बार वामन द्वादसी मेले तक सीमित रहेगा। सनातन धर्म के प्रधान नरेश अग्रवाल को नौरंग राय तालाब के अधर में लटके जीर्णाद्वार पर कड़ा रूख अपनाते हुए विरोधी स्वर उठाने चाहिए क्योंकि यह भगवान वामन का अपमान है।