भूपेंद्र सिंह हुड्डा व पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा के संबंधों में खटास क्यों आई?: अंबाला। (ज्योतिकण): भूपेंद्र सिंह हुड्डा जो दस साल हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे और उनकी और पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा की दोस्ती की दलीलें हरियाणा की नहीं पड़ोसी राज्य भी दिया करते थे और यह भी कहा जाता है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के छोटे बेटे कार्तिकेय शर्मा का विवाह कुलदीप शर्मा की बेटी ऐश्वर्या शर्मा से करवाने में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की बड़ी भूमिका रही।
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भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कुलदीप शर्मा के संबंध राजनीति से ऊपर नजर आते थे और दोनों का रिश्ता खून से भी ज्यादा का था लेकिन पिछले काफी समय से भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कुलदीप शर्मा ने अलग अलग राह पकड़ ली है।
और गत दिनों करनाल जिला के असंध विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी का जन्मदिन था जहां पर पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव कुमारी सैलजा, पूर्व केंद्रीय मंत्री विरेंद्र सिंह डूमरखां सहित कई कांग्रेस नेता थे। उस मंच पर पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा भी मौजूद थे और कुलदीप शर्मा इन दिनों सैलजा के खास लोगों में शुमार हो चुके हैं।
आखिर भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कुलदीप शर्मा जो राम लक्ष्मण की तरह थे, राम बलराम की तरह थे उनके रिश्तों में खटास क्यों आई? उनके रिश्तों में दूरिया क्यों आई? क्यों कुलदीप शर्मा ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा से अलग होकर अपनी राह पकड़ ली।
दाल में काला नहीं लगता है कि दाल ही काली लग रही है। ऐसा लगता है कि हरियाणा की राजनीति में भूपेंद्र सिंह हुड्डा का राजनीतिक कद कम होता जा रहा है। कांग्रेस हाईकमान में भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पकड़ कमजोर हो चुकी है अगर पकड़ कमजोर न हुई होती तो हुड्डा आज हरियाणा में विपक्ष के नेता होते लेकिन यह पद एक साल से खाली पड़ा है ऐसा लगता है कि अब राहुल गांधी भी हुड्डा को ही हरियाणा की हार का कारण मान रहे हैं
लेकिन फिलहाल कुलदीप शर्मा का भूपेंद्र सिंह हुड्डा से अलग होने का मतलब स्पष्ट है कि आज हुड्डा के पास कोई बड़ा ब्राहामण चेहरा नहीं है जो हुड्डा की राजनीति के लिए बहुत बड़ा झटका है। फिलहाल हुड्डा से कुलदीप शर्मा का अलग होना हुड्डा की राजनीतिक भविष्य के लिए बड़ा खतरा बन चुका है।