असीम ने होर्डिंग पर मोदी अमित शाह नड्डा व CM की फोटो क्यों नहीं लगाई? अपने आप को सुदामा बताने वाले असीम गोयल ने आज तक स्पष्ट नहीं किया कितनी हजार बहनों को शूट व शॉलें बांटी
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सच बोलने वाले व लिखने वाले को आग का दरिया पार करना ही पड़ता है
अंबाला। (ज्योतिकण): पूर्व मंत्री व भाजपा के पूर्व विधायक असीम गोयल ने अपने परिवार द्वारा बनाया एनजीओ मेरा आसमान फिर पिटारे से बाहर निकाल लिया है। मेरा आसमान एनजीओ की कर्ता धर्ता असीम गोयल की पत्नी व उसका सगा भाई रितेश गोयल व कुछ रिश्तेदार हैं और मनोहर लाल सरकार में तो असीम गोयल ने मेरा आसमान एनजीओ को भाजपा सरकार के समांतार खड़ा कर दिया था
और मेरा आसमान एनजीओ के पैसे से असीम गोयल ने अपना प्रचार किया यह उच्च स्तरीय जांच का विषय है कि आखिर असीम गोयल के एनजीओ मेरा आसमान को कहां से फंडिंग हो रही है कौन फंडिंग कर रहा है अब तक कितने पैसे मेरा आसमान एनजीओ के खाते में जमा हुए और उसका क्या इस्तेमाल हुआ जनहित में, प्रदेशहित में, राष्ट्रहित में असीम गोयल के एनजीओ मेरा आसमान ने कहां कहां एनजीओ का पैसा खर्चा और क्या मेरे आसमान एनजीओ में जो पैसा है उस पैसे से असीम गोयल अपना प्रचार कर सकता है
उस पैसे से रक्षाबंधन मना सकता है? यह भी जांच का विषय है। बड़ी बात तो यह है कि 2024 में मनोहर लाल खट्टर के मुख्यमंत्री पद से हटते ही असीम गोयल ने अपने एनजीओ मेरा आसमान को पिटारे में बंद कर दिया था लेकिन हारने के बाद अचानक रक्षाबंधन पर मेरा आसमान एनजीओ फिर पिटारे से बाहर आ गया और पंचायत भवन के बाहर बड़े बड़े होर्डिंग असीम गोयल ने अपनी फोटो लगवाकर लगवाए
जबकि असीम गोयल के मेरा आसमान एनजीओ पर न तो भारतीय जनता पार्टी का चुनाव निशान कमल का फूल था न असीम गोयल ने अपने आप को पूर्व मंत्री लिखा न असीम गोयल ने अपने आप को भाजपा का पूर्व विधायक लिखा बस मेरा आसमान एनजीओ के खर्च पर सैंकड़ों बोर्ड लगवाए, अपना प्रचार किया लेकिन बोर्ड पर अपनी फोटो तो लगाई लेकिन बीजेपी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो नहीं लगाई जिसकी हवा के चलते 2014 में असीम गोयल को पहली बार भाजपा की टिकट मिली और मोदी हवा में जीत गया।
असीम गोयल ने प्रधानमंत्री की ही नहीं बल्कि देश के गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडौली की फोटो नहीं लगाई जिस भाजपा ने और जिस भाजपा के प्रधानमंत्री मोदी के कारण असीम गोयल न केवल आम आदमी से एमएलए बना बल्कि कोड़ी से करोड़ी बन गया
लेकिन असीम गोयल ने अपनी ही पार्टी के प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक को रक्षाबंधन पर अपने बोर्ड से फोटो हटाकर नीचा दिखाया। असीम गोयल अपने आप को सुदामा बताता है, सुदामा असीम गोयल बताए कि 9 अगस्त को पंचायत भवन में कितनी हजार बहनों से राखी बंधवाई, कितने हजार बहनों को शूट व शॉल दिए और कितने हजार महिलाओ व समर्थकों ने खाना खाए लोगों को बताए क्योंकि सुदाम की तो इतनी हैसियत ही नहीं थी कि हजारों बहनों से राखी बंधवा ले और हजारों बहनों को शूट दे दे। असीम गोयल को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए कि रक्षाबंधन पर अपनी फोटो के होर्डिंग पर मोदी, अमित शाह, नड्डा व नायब सैनी की फोटो गायब क्यों की और रक्षाबंधन पर सुदाम असीम गोयल ने कितना खर्चा किया।