वीरेश शांडिल्य ने वर्ल्ड मैकेनिक डे पर कहा मैकेनिक देशदुनिया की बैकबोन

वीरेश शांडिल्य ने वर्ल्ड मैकेनिक डे पर कहा मैकेनिक देशदुनिया की बैकबोन: अंबाला। (ज्योतिकण): एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व विश्व हिन्दु तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा कि मैकेनिक देश व दुनिया की रीढ़ की हड्डी है इनके बिना देश दुनिया नहीं चल सकते। वीरेश शांडिल्य आज अंबाला शहर की टिंबर मार्किंट में वर्ल्ड मैकेनिक डे पर वीशू सचदेवा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यतिथि के रूप में बोल रहे थे।

अभय सिंह चौटाला का बड़ा ब्यान: हरियाणा में गुंडागर्दी को सरकार का संरक्षण

संजय लाकड़ा के नेतृत्व में सैन समाज के अध्यक्ष मदन लाल व अन्य मेयर से मिले

कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर वीरेश शांडिल्य का फ्रार्चुनर ग्रीन के चेयरमैन महेंद्र पाल, गुरविंदर राणा, हरदम सिंह सैनी, अनिल यादव, सुरेंद्र पाल केके, संजीव सेठ, महेंद्र पाल धीमान, गोल्डी पाहवा, मोहन धीमान, राहुल चड्ढा सहित सैंकड़ों लोगों ने वीरेश शांडिल्य का फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया। इस मौके पर एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि उन्हें खुशी हुई कि फ्यूचर ग्रीन द्वारा पांचवा वर्ल्ड मैकेनिक डे अंबाला में मनाया जा रहा है जिसकी शुरूआत महेंद्र पाल ने 2020 में यमुनानगर में शुरू की थी।

वीरेश शांडिल्य ने कहा कि मदर डे, फादर डे, फ्लावर डे, हग डे, डॉक्टर डे, सीए डे, योगा डे सहित कई डे मनाए जाते हैं लेकिन आज तक किसी ने देश दुनिया में यह कल्पना नहीं की वर्ल्ड मैकेनिक डे भी मनाया जाए इसके लिए उन्होंने कार्यक्रम के आयोजक महेंद्र पाल व वीशू सचदेवा का आभार व्यक्त किया और घोषणा की कि वह छठां मैकेनिक डे कुरूक्षेत्र में बड़े स्तर पर मनाएंगे।

वीरेश शांडिल्य ने कहा कि हम शोरूम से महंगी से महंगी चीेजें खरीद कर घर लाते हैं जैसे कार, स्कूटर, टीवी, फ्रीज, एसी व अन्य उपकरण खरीदते हैं और लाखों रूपए के खरीदते हैं लेकिन अगर वह खराब हो जाएं तो उन्हें ठीक एक मैकेनिक करता है जो 100, 200, 500 या 1000 रूपए में ठीक कर देता है लेकिन उस मैकेनिक को कोई याद नहीं रखता जबकि जिस कंपनी से वह सामान खरीदा होता है वह भी सामान नया नहीं भेजते बल्कि उस सामान को ठीक करने के लिए मैकेनिक भेजते हैं

वीरेश शांडिल्य ने आहवान किया कि पूरे देश दुनिया में व सरकारों को वर्ल्ड मैकेनिक डे भी मनाना चाहिए जिनकी समाज में बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि चाहे जहाज हो, बस हो या ट्रेन जब यह सफर से वापस लौटकर फिर सफर के लिए तैयार होती है तो इनको मैकेनिक चेक करते हैं कि कोई कमी तो नहीं फिर यह हजारों लोगों को लेकर जहाज, बसें व ट्रेनें रोज चलती हैं। वीरेश शांडिल्य ने आयोजकों को कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर आॅल इंडिया मैकेनिक एसोसिएशन बनाई जाए इसमें एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया मैकेनिकों की आर्थिक मदद भी करेगा।

इस मौके पर महेंद्र पाल, राहुल चड्ढा, सुरेंद्र पाल केके व वीशू सचदेवा ने भी अपने विचार रखे और कहा कि वीरेश शांडिल्य ने आज सैंकड़ों मैकेनिकों को बहुत हौंसला दिया। इस मौके पर वीरेश शांडिल्य ने मैकेनिकों को जिनमें मिस्त्री शुभम, पंडित नरेश, अनिल यादव, फौजी सहित दर्जनों मैकेनिकों को स्मृति चिन्ह और मेडल देकर सम्मानित किया और आयोजकों ने वर्ल्ड मैकेनिक डे पर

वीरेश शांडिल्य ने वर्ल्ड मैकेनिक डे पर कहा मैकेनिक देशदुनिया की बैकबोन
वीरेश शांडिल्य ने वर्ल्ड मैकेनिक डे पर कहा मैकेनिक देशदुनिया की बैकबोन