नेताओं को धनखड़ जैसी सोच रखनी चाहिए न कि पदों से चिपके रहना चाहिए

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व ब्राहामण महापंचायत प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा कि उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, ब्राहामण महापंचायत जगदीप धनखड़ की कार्यशैली व इंसानियत को झुके हुए व फलदार वृक्ष से भी बड़ा मानती है

शांडिल्य बोले: उपराष्ट्रपति के रूप में जगदीप धनखड़ का कार्यकाल 140 करोड़ जनता के लिए गर्व

उप राष्ट्रपति के इस्तीफे का कारण 74 साल और सेहत नहीं

भूमाफियों की जेब में माइनिंग निगम व DTP स्टाफ और नेशनल हाईवे अधिकारी

अंबाला। (ज्योतिकण): एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व ब्राहामण महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि देश के पूर्व उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर किसी को भी राजनीति नहीं करनी चाहिए।

देश की न्याय पालिका को शीशा दिखाने वाले जगदीप धनखड़ पर ब्राहामण समाज व देश के 140 करोड़ लोगों को गर्व है उप राष्ट्रपति होते हुए जगदीप धनखड़ की कार्यशैली व इंसानियत झुके हुए छायादार, फलदार वृक्ष से भी बड़ी थी उनकी सोच देश की अखंडता को समर्पित थी। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व ब्राहामण महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि उन्हें गर्व है कि जगदीप धनखड़ की बेटी ब्राहामण समाज में विवाहित है और उन्हें जगदीप धनखड़ से कई बार मिलने का मौका मिला और उनकी राष्ट्रहितैषी व दूरदर्शी सोच के वह कायल हैं।

ब्राहामण महापंचायत पूर्व उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को राष्ट्ररत्न से सम्मानित करेंगे और वीरेश शांडिल्य ने उस कोख को भी प्रणाम किया जिन्होंने जगदीप धनखड़ को जन्म दिया। ब्राहामण नेता वीरेश शांडिल्य ने कहा कि आज एक मोहल्ले के प्रधान का पद कोई नहीं छोड़ता लेकिन जगदीप धनखड़ ने उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देकर अपनी सोच और शिक्षा की रोशनी का लोहा पूरे विश्व में मनवा दिया है।

साथ ही वीरेश शांडिल्य ने कहा कि विपक्ष को जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए बल्कि उनकी सोच को नमन करना चाहिए और देश के राजनेताओं को जगदीप धनखड़ जैसी सोच बनानी चाहिए न कि पदों से चिपके रहना चाहिए।

उप राष्ट्रपति के इस्तीफे का कारण सेहत है या कोई राजनीतिक इशारा यह विषय नहीं है देश के दूसरे नंबर सबसे बड़े पद उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना देश की राजनीति में भूचाल मचाने वाली बात है और राज्य सभा व लोक सभा के सदस्यों को एकत्रित होकर पूर्व उप राष्ट्रपति को जाकर सम्मानित करना चाहिए और देश के तमाम राजनेताओं को अपनी सोच पदों से जोड़कर नहीं बड़ी करनी चाहिए बल्कि संस्कारों व इंसानियत से बड़ी करनी चाहिए।