असीम गोयल के इशारे पर दीपक सूरा लगातार न केवल नगर निगम में मनमर्जियां कर रहा है बल्कि जिसका चाहे नक्शा पास कर रहा है
भाजपा ने नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर उन पर बड़ा विश्वास किया कि वह आने वाले दिनों में पार्टी को हरियाणा में मजबूत करेंगे लेकिन दीपक सूरा जैसे अधिकारी तो मुख्यमंत्री नायब सैनी के गृह जिला में ही उनकी पहली अंबाला शहर की मेयर को नीचा दिखा रहे हैं
हरियाणा का स्थानीय निकाय महकमा उस विपुल गोयल के पास है जिसकी 2019 में जीते हुए उम्मीदवार होने के बाद भी भाजपा ने टिकट काट दी थी और विपुल गोयल ने कहा था पार्टी का फैसला मंजूर। फिर आज विपुल गोयल अपने ही महकमें के अंबाला शहर निगम में तैनात डीएमसी दीपक सूरा को क्यों भाजपा को खोखला करने दे रहे हैं?
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अंबाला। (ज्योतिकण): अंबाला शहर बहुत शांत स्वभाव का शहर है जब यहां कुछ मुट्ठी भर राजनेता व मुट्ठी भर अधिकारी अपनी मनमर्जी कर कामयाब हो जाते हैं लेकिन जब अंबाला शहर की जनता विरोध करने पर आती है फिर सामने वाले का रहता कुछ नहीं है।
पिछले 3 साल से दीपक सूरा अंबाला में ही डीएमसी है और लोगों को नीचा दिखाने, मनमर्जी करने में भी दीपक सूरा की गिनती भी उन अधिकारियों में होती है जो अपनी मनमर्जी कर निगम में पिछले 3 साल से अपना दबदबा बनाए हुए हैं। दीपक सूरा खुले आम कहता है कि उसकी सिफारिश दिल्ली से चलती है जब तक चाहूंगा अंबाला रहूंगा जो चाहूंगा वो करूंगा।
जिसका काम नहीं करना नहीं करूंगा, किसका फोन उठाना है किसका फोन नहीं उठाना इसका फैसला भी दीपक सूरा ही लेगा और दीपक सूरा लगातार उस मेयर सैलजा सचदेवा को नीचा दिखा रहा है जो मेयर भाजपा की अंबाला की पहली मेयर है
और भारी बहुमत से जीत कर सैलजा सचदेवा ने अंबाला शहर में भाजपा का पताका पहराया क्योंकि भाजपा लोकसभा व विधानसभा का चुनाव अंबाला में हार गई थी लेकिन भाजपा ने गहरा चिंतन कर सैलजा सचदेवा को मेयर का टिकट दिया और सैलजा सचदेवा व उसके पति संदीप सचदेवा ने सबको साथ लेकर चुनाव लड़ा
और वैसे भी संदीप सचदेवा पिछले 30 साल से भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं और अंबाला शहर विधानसभा क्षेत्र के मजबूत दावेदार हैं देश की राजनीति में बड़े पंजाबी चेहरे हैं और संदीप सचदेवा की पत्नी को भाजपा ने टिकट दिया और संदीप सचदेवा ने अपनी मेहनत व पार्टी में वफादारी के चलते अंबाला शहर को भाजपा की पहली मेयर की सीट झोली में डाली लेकिन डीएमसी दीपक सूरा आम लोगों को तो शोले का गब्बर बन कर दहशत फैला रहा हैे
लेकिन असीम गोयल के इशारे पर दीपक सूरा लगातार न केवल नगर निगम में मनमर्जियां कर रहा है बल्कि जिसका चाहे नक्शा पास कर रहा है चाहे नक्शा पास न भी होने वाला हो उसके बावजूद भी डीएमसी दीपक सूरा को कोई डर भय नहीं और लगातार दीपक सूरा सैलजा सचदेवा की बढ़ती लोकप्रियता को देख असीम गोयल के इशारे पर उन्हें नीचा दिखा रहा है।
लेकिन भाजपा को यह नहीं भूलना चाहिए कि दीपक सूरा सैलजा सचदेवा को नहीं बल्कि भाजपा की जड़ों को खोखला कर रहा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी यह न भूले कि मेयर सैलजा सचदेवा उनके गृह जिला अंबाला की पहली मेयर हैं और भाजपा ने नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर उन पर बड़ा विश्वास किया कि वह आने वाले दिनों में पार्टी को हरियाणा में मजबूत करेंगे लेकिन दीपक सूरा जैसे अधिकारी तो मुख्यमंत्री नायब सैनी के गृह जिला में ही उनकी पहली अंबाला शहर की मेयर को नीचा दिखा रहे हैं।
आखिर दीपक सूरा किसके दम पर शोले फिल्म के अंबाला शहर में गब्बर बनकर दहशत डाल रहे हैं हरियाणा के स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल को भी इस पर गंभीर चिंतन करना चाहिए क्योंकि आज हरियाणा का स्थानीय निकाय महकमा उस विपुल गोयल के पास है जिसकी 2019 में जीते हुए उम्मीदवार होने के बाद भी भाजपा ने टिकट काट दी थी और विपुल गोयल ने कहा था पार्टी का फैसला मंजूर। फिर आज विपुल गोयल अपने ही महकमें के अंबाला शहर निगम में तैनात डीएमसी दीपक सूरा को क्यों भाजपा को खोखला करने दे रहे हैं?