डीजीपी ओपी सिंह ने अपना लोहा मनवाया फोर्स आई अलर्ट मोड पर: 1966 के बाद हरियाणा में डीजीपी तो बहुत आए हैं लेकिन हरियाणा के वर्तमान डीजीपी ओपी सिंह ने उन सब डीजीपी की लकीर को छोटा कर अपनी लकीर लंबी कर दी। डीजीपी ओपी सिंह खाकी पहनकर अपने आप को व अपनी फोर्स को लड़ाका मानते हैं
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और कहते हैं कि हम आए ही हैं लोगों की रक्षा के लिए और डीजीपी ओपी सिंह ने उन पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को रिटायरमेंट लेने की सलाह दी जो मानसिक तौर पर प्रताड़ित हो रहे हैं।
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि पुलिस का काम लोगों को न्याय देना है अगर थाने में कोई शिकायत आई है तो उस पर एफआईआर बनती है तो वह बिना देरी के दर्ज होनी चाहिए। थाने में आने वाले पीड़ितों को इज्जत से न्याय मिलना चाहिए ताकि पुलिस की छवि आम लोगों में मजबूत बने। पहले डीजीपी हैं जो खुद हरियाणा में आगे होकर समाज का सम्मान कर रहे हैं प्रैस का सम्मान कर रहे हैं और पुलिस को मोटीवेट कर जगा रहे हैं
और बता रहे हैं कि पुलिस का काम लोगों के लिए उपलब्ध रहना है डीजीपी ओपी सिंह ने चंद दिनों में ही हरियाणा सरकार की छवि को मजबूत किया, अपराधियों में खौफ पैदा किया, नशा तस्करों को पीछे हटने से मजबूर कर दिया और जनता का दिल निरंतर हरियाणा के डीजीपी जीत रहे हैं अगर पुलिस अपने जरनल की तरह काम करे और उनकी सोच पर पहरा दे तो वह दिन दूर नहंी जब हरियाणा के डीजीपी हरियाणा में राम राज पैदा कर देंगे।
हरियाणा को भय मुक्त कर देंगे, गैंगस्टरो ंसे मुक्त कर देंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने एक हरियाणा को ईमानदार डीजीपी दिया जो पब्लिक सर्वेंट की तरह जनता के बीच खड़ा है ऐसे डीजीपी को ज्योतिकण परिवार का साधुवाद।