डीजी जेल आलोक राय ने हरियाणा के जेल अधिकारियों पर कसा शिकंजा

डीजी जेल आलोक राय ने हरियाणा के जेल अधिकारियों पर कसा शिकंजा: हरियाणा के नवनियुक्त डीजी जेल आलोक राय ने पदभार संभालते ही हरियाणा की जेलों को चुस्त दुरूस्त करना शुरू कर दिया और सबसे बड़ी बात यह है कि डीजी जेल आलोक राय ने जेल अधिकारियों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।

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आम तौर पर पुलिस विभाग पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं लेकिन मैं इससे सहमत नहीं हूं। पुलिस विभाग में कुछ काली भेड़ें होती हैं और इसमें भी कोई दो राय नहीं कि वह काली भेड़ें खाकी को बदनाम करती हैं लेकिन क्या कभी जनता ने पुलिस की ड्यूटी, पुलिस की चुनौतियों को नजदीक से समझने का प्रयास किया इसलिए पुलिस विभाग को बदनाम करना उचित नहीं उससे ज्यादा तो भ्रष्टाचार हरियाणा की जेलों में हैं।

हरियाणा की जेलों की चार दीवारी के मालिक जेल अधीक्षक होते हैं और जेल अधीक्षक कोई बिरला ही ऐसा होगा जो ईमानदार है या फिर जेल में बंद बंदियों व कैदियों के अधिकारों का रक्षक होगा। जेल अधीक्षक पद अहम पद है और जेल का अधीक्षक जेल में बंद कैदियों व बंदियो ंका लोकल गार्डियन होता है लेकिन उसके बावजूद भी जेल अधीक्षक अपनी ईमानदारी के प्रति गंभीर नहीं होते।

अगर हरियाणा की जेलों की जांच हाईकोर्ट का मौजूदा जज कर ले तो शायद 80 प्रतिशत स्टॉफ जेलों में बंद हो जाएगा लेकिन वर्तमान जेल के नवनियुक्त डीजी आलोक राय ने न केवल जेल में बैठे अपराधी जो जेल में बैठकर भी दहशत फैला रहे है उन पर शिकंजा कस दिया है वहीं जेल के अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी मुहिम डीजी आलोक राय ने छेड़ दी है

और डीजी जेल की यह मुहिम अगर ईमानदारी से चली तो कई जेल अधीक्षक व जेल के अधिकारी कंप्लसरी रिटायरमेंट लेकर घर बैठ जाएंगे क्योंकि जेलों में बंदियों व कैदियों का खून चूसा जाता है उनके हितों व हकों पर डाका मारा जाता है लेकिन अब हरियाणा के जेल अधिकारी सहमें हुए हैं क्योंकि डीजी जेल आलोक राय डीजी जेल जरा दूजे किस्म के हैं।