असीम गोयल अपनी गलतियों के कारण हारा: राजनीति में मुक्कदर, स्टार और आपका व्यवहार बहुत बड़ा रोल अदा करता है और कुछ लोग राजनीति में हवा में आगे आ जाते हैं ऐसे अनेको उदाहरण पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल की राजनीति को पढ़ो तो पता चलते हैं देवी लाल ने ऐसे ऐसे लोगों को विधायक बना दिया जो उनके घर में गोबर उठाने का काम करते थे। देवी लाल की हवा ने ऐसे लोगों को विधायक बनाया।
मुझे लोग यूज करते हैं लेकिन मुझे कोई मलाल नहीं
असीम गोयल ने मेयर सैलजा सचदेवा को कमजोर करने में लगा दी पूरी ताकत
यहां तक मास्टर हुकुम सिंह, बीडी गुप्ता जैसे लोग भी कुछ समय तक मुख्यमंत्री भी रहे लेकिन आज वजूदहीन हैं क्योंकि उन्हें जो मिला जितने समय मिला मुक्कदर से मिला।
उनकी अपनी कोई पहचान, अपना कोई वजूद नहीं था ऐसे ही 2014 में भाजपा के अनेको चेहरे अंबाला शहर से भाजपा टिकट चाहते थे लेकिन मुक्कदर असीम गोयल का जाग गया और मोदी लहर में एक बार नहीं दो बार जीते और शेर के बच्चे ने पूरी मनमर्जी की, तानाशाही की, लोगों के व्यक्तिगत नुकसान किए यहां तक जग्गी सिटी सेंटर पर पीला पंजा चलवाया जिसका नतीजा यह मिला कि वह 2024 का चुनाव हार गए लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री नायब सैनी से नजदीकियां होने के कारण वह अपना सिक्का चलाने का दावा कर रहे हैं।
हालांकि हरियाणा के मंत्री हताश निराश हैं उनका कोई काम नहीं होता यहां तक ट्रांसफर करवाने के लिए ओएसडी के दरबार में मंत्रियों को जाना पड़ता है लेकिन असीम गोयल कहता है मैं सुपर सीएम हूं। असीम गोयल सुपर सीएम होगा कोई दिक्कत नहीं लेकिन प्यारे राजनीति हो या युद्ध का मैदान जो जीता वही सिकंदर और राजनीति में तानाशाही मनमर्जी, गाली गलौच अपने हल्के के लोगों पर पीले पंजे चलाकर आप सदा एमएलए मंत्री नहीं रह सकते इसलिए असीम गोयल याद रखे फल उसी पेड़ को लगता है जो झुका हुआ हो।