असीम गोयल ने तिरंगा यात्रा में भाजपा विधायक योगेंद्र राणा को दिखाया नीचा: तिरंगा यात्रा में पूर्व विधायक असीम गोयल ने तिरंगा यात्रा के अंबाला के संयोजक व असंध के विधायक को पैदल चलाया और खुद ट्रैक्टर पर बैठ अपना कद बढ़ा रहे थे
असीम गोयल ने बीते कल तिरंगा यात्रा में भाजपा के विधायक योगेंद्र राणा को नीचा दिखाकर अंबाला में अधिकारियों पर व लोगों पर रोब जमाने का सस्ता रास्ता चुना है लेकिन यह भाजपा है पहले हरकतें इकट्ठी करती है और उसके बाद सौ सुनार की और एक लोहार की मारती है
अंबाला का DTP बिना सरकारी अनुमति के हर रोज छोड़ता है जिला
सोशल मीडिया किसी को नीचा दिखाने का प्लेटफार्म नहीं
अंबाला। (ज्योतिकण): भारतीय जनता पार्टी असीम गोयल से पूछकर अंबाला में संयोजक या प्रभारी भेजा करे अन्यथा असीम गोयल बाहरी भाजपा नेताओं के साथ मनमर्जी करेंगे क्योंकि असीम गोयल ने अंबाला शहर भाजपा को अपनी जेबी पार्टी बना लिया है और अपने कुछ गुर्गों को भाजपा का पदाधिकारी बनाकर भाजपा को बदनाम किया जा रहा है।
कल अंबाला में तिरंगा यात्रा थी और अंबाला शहर में तिंरगा यात्रा के संयोजक योगेंद्र राणा मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे थे। योगेंद्र राणा मनोहर लाल खट्टर के अति विश्वसनीय व असंध से भाजपा विधायक हैं लेकिन असीम गोयल ने कल अंबाला में हुई तिरंगा यात्रा में असंध से भाजपा विधायक योगेंद्र राणा को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
तिरंगा यात्रा के अंबाला के संयोजक योगेंद्र राणा पैदल चल रहे थे क्योंकि तिरंगा यात्रा थी पैदल ही चलना था, भाजपा के जिलाध्यक्ष मंदीप राणा भी पैदल चल रहे थे लेकिन असीम गोयल जो अंबाला शहर का पूर्व विधायक हैं ट्रैक्टर पर हार लगाकर खुद ट्रैक्टर चलाकर तिरंगा यात्रा में यह संदेश दे रहा था कि अंबाला भाजपा मेरे दम पर है न कि मैं भाजपा के दम पर न असीम गोयल के ट्रैक्टर पर कोई तिरंगा लगा हुआ था
बस ट्रैक्टर पर हार लगाए हुए थे और खुद राजे महाराजाओं की तरह भाजपा की तिरंगा यात्रा को कब्जे में करते हुए अपने आप को प्रदर्शित कर रहा था जबकि यात्रा का मतलब पैदल होता है और भाजपा के तिरंगा यात्रा के अंबाला के संयोजक असंध के विधायक योगेंद्र राणा को भी ट्रैक्टर पर असीम गोयल ने स्थान नहीं दिया और योगेंद्र राणा पार्टी के अनुशासन के मुताबिक पैदल चल रहा था
लेकिन असीम गोयल भाजपा के तिरंगा यात्रा प्रोग्राम को ट्रैक्टर पर बैठकर कैप्चर करते हुए आगे बढ़ रहा था और जनता और मीडिया में असीम गोयल यह संदेश दे रहा था कि अंबाला में वही होेगा जो असीम गोयल चाहता है और भाजपा विधायक जो करनाल जिला से आए थे उस विधायक योगेंद्र राणा को नीचा दिखाने में असीम गोयल ने कोई कसर नहीं छोड़ी और रक्षाबंधन पर जहां मेरा आसमान एनजीओ पर अपनी फोटो लगाकर महिलाओं को सूट दिए लेकिन बोर्ड पर असीम गोयल ने प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, नायब सैनी, मोहन लाल बडौली, सतीश पुनिया किसी की भी फोटो अपने रक्षाबंधन बोर्ड पर नहीं लगाई
और एक बार फिर भाजपा के समांतर अपना एनजीओ मेरा आसमान खड़ा कर दिया जिसकी कर्ता धर्ता असीम गोयल की पत्नी व उसका सगा भाई रितेश गोयल है और बीते कल तिरंगा यात्रा में भाजपा के विधायक योगेंद्र राणा को नीचा दिखाकर अंबाला में अधिकारियों पर व लोगों पर रोब जमाने का सस्ता रास्ता चुना है लेकिन यह भाजपा है पहले हरकतें इकट्ठी करती है और उसके बाद सौ सुनार की एक लोहार की मारती है।