अनिल विज भाजपा की राजनीति में अंगद की भूमिका में: कुछ लोग अंबाला छावनी के सातवीं बार बने विधायक अनिल विज को जिद्दी कहते हैं, कुछ लोग उन्हें कहते हैं विज साहब बोलते हुए देखते नहीं, कुछ लोग कहते हंैं कि विज साहब जो चाहते हैं वही करते हैं, कुछ लोग कहते हैं विज साहब मनमर्जी करते हैं, कुछ लोग कहते हैं अनिल विज किसी की नहीं सुनते और अनिल विज खुद यह कहते हैं कि उनकी गाड़ी में बैक गेयर नहीं है।
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लोकतंत्र है जनता को नेता के बारे में कोई भी बात कहने का अधिकार है क्योंकि जनता वोट देती है तभी एमएलए बना जाता है एमएलए बनने के बाद ही मंत्री या मुख्यमंत्री बना जा सकता है। आम तौर पर बड़े बड़े चेहरे जिनमें भजन लाल, बंसी लाल, ओम प्रकाश चौटाला, भूपेंद्र हुड्डा जैसे नेता अपने इलाके से लगातार जीतते हैं क्योंकि उनके क्षेत्र में राजनीति में जागृति है।
दूध पीता बच्चा भी अपना भला जानता है कि किसके हाथ में सुरक्षित है लेकिन अंबाला जिला जिसे राजनीतिक तौर पर पिछड़ा हुआ जिला कहा जाता है उस जिला के छावनी विधानसभा से न केवल अनिल विज सातवीं बार विधायक हैं बल्कि अंबाला के लिए गर्व की बात है कि 2019 में अनिल विज हरियाणा के गृह मंत्री बने और अनिल विज 1947 के बाद पहले ऐसे अंबाला जिला के विधायक हैं जो गृह मंत्री बने और गृह मंत्री बनकर उन्होंने अंबाला का नाम पूरे विश्व में रोशन किया और यह भी गर्व की बात है कि 1966 को हरियाणा बना था
और उसके बाद अगर लगातार कोई विधायक तीसरी बार कैबिनेट मंत्री है तो उसका नाम अनिल विज है और अनिल विज को लोगों ने अलग अलग खिताब दिए हुए हैं कि वह जिद्दी हैं किसी की मानते नहीं हैं कुछ भी बोल देते हैं इस पर सिर्फ इतना कहना है कि वह जो कुछ भी बोलते हैं जनता के लिए बोलते हैं उनका स्टैंड जनता है और जनता के लिए वह किसी भी राक्षस से अंगद बनकर भिड़ जाते हैं इसलिए ऐसे व्यक्ति के बारे में किसी को भी गलत धारणा नहीं रखनी चाहिए।