छेड़ कर देख लो आज भी अनिल विज में करंट 440 वाट का ही है

छेड़ कर देख लो आज भी अनिल विज में करंट 440 वाट का ही है: हम बोलेंगे तो तुम बोलोगे कि हम बोलते हैं लेकिन सच्चाई आज भी सच्चाई है सौ साल बाद भी सच्चाई ही रहती है। अनिल विज हरियाणा के सबसे वरिष्ठ विधायक हैं, सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं और 1966 में हरियाणा बना था और 1966 के बाद अनिल विज पहले ऐसे मंत्री हैं जो लगातार तीसरी बार कैबिनेट मंत्री हैं

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राजनीतिक पंडित कहते हैं कि राजनीति में कोई आगे कोई पीछे कोई ऊपर कोई नीचे अर्थात राजनीति में कभी दादे की तो कभी पोते की लेकिन हरियाणा के राजनीतिक पंडितों का अनिल विज को लेकर दावा कुछ और ही है कि दौर कोई भी है मुख्यमंत्री कोई भी हो और सरकार किसी की भी हो अनिल विज ने कभी स्वाभिमान के साथ समझौता नहीं किया।

अनिल विज के लिए यह शेयर बिल्कुल स्टीक बैठता है ‘‘हूनर बेचा नहीं हमने, होशियारी नहीं बेची। किसी भय या लालच में वफादारी नहीं बेची चाहे कुछ भी सहा हमने, चाहे कुछ भी किया हमने जमाना जानता है यारों अनिल विज ने खुद्दारी नहीं बेची। आज भी अनिल विज को छेड़ कर देख लो करंट 440 वोट का ही लगेगा। अनिल विज इस बात का कोई फर्कनहीं कि वह गृह मंत्री हैं या बिजली। जो महकमा मिलता है उसमें से गंदगी को साफ करने का नाम अनिल विज है।