मुख्यमंत्री नायब सैनी असीम गोयल को हवा देकर अपनी छवि खराब न होने दें

मुख्यमंत्री नायब सैनी असीम गोयल को हवा देकर अपनी छवि खराब न होने दें: अंबाला जिला के विधानसभा क्षेत्र नारायणगढ़ के गांव मिर्जापुर में जन्में नायब सैनी जिनमें नम्रता कूट कूट कर भरी है संस्कारों की कोई कमी नहीं है और भारतीय जनता पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं।

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नायब सैनी जहां भाजपा के अंबाला जिलाध्यक्ष रहे वहीं 2014 में अपने गृह क्षेत्र नारायणगढ़ से विधानसभा चुनाव लड़े और जीते और खट्टर वन सरकार में मंत्री बने लेकिन नायब सैनी ने मंत्रीपद पाने के बाद न तो अपनी नम्रता को प्रभावित होने दिया न अपने नजदीक भय, भ्रष्टाचार व अहंकार आने दिया और उसके बाद नायब सैनी भगवान कृष्ण की भूमि कुरूक्षेत्र से सांसद बने और उसके बाद भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बने और उसके बाद नायब सैनी का भाग्य उदय हुआ उसके साथ ही अंबाला जिला का नाम भी विश्व में ऊंचा हुआ

और नायब सैनी हरियाणा के मुख्यमंत्री बने और करनाल से मनोहर लाल खट्टर ने इस्तीफा दिया और नायब सैनी करनाल से उप चुनाव जीते और जहां करनाल सीएम सिटी बना वहीं अंबाला भी सीएम सिटी बना। अब बात यह है कि 2024 का विधानसभा चुनाव नायब सैनी के नेतृत्व में हुआ और लाड़वा से नायब सैनी जीते और उनके नेतृत्व में सरकार बनी लेकिन नायब सैनी में अपनी छवि को मुख्यमंत्री बनने के बाद और मजबूत किया और एक जनता के नेता के रूप में नायब सैनी उभरकर सामने आए।

अब बड़ा सवाल यह है कि नायब सैनी का गृह जिला अंबाला है ऐसे में नायब सैनी को ऐसे नेताओं से दूरी बनानी चाहिए जिनके कारण नायब सैनी की छवि आम जनमानस में खराब हो और आज की घड़ी में असीम गोयल जनता में ऐसा प्रभाव बनाना चाहते हैं कि जो मैं नायब सैनी को कह दूंगा वह पत्थर पर लकीर है और असीम गोयल अपना कद मुख्यमंत्री के गृह जिला में मुख्यमंत्री से ऊपर समझता है इसलिए नायब सैनी को इस पर गंभीर चिंतन करना चाहिए और असीम गोयल उनकी छवि खराब न कर सके यह उन्हें सुनिश्चित करना चाहिए।