लंगर की सेवा करने वाला गुरूनानक देव की सोच पर चलता है: वीरेश शांडिल्य: एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व विश्व हिन्दु तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य श्री आनंद पुर साहिब पहुंचे जहां उन्होंने श्री माता नैना देवी सेवा दल के 11वें लंगर समारोह में शिरकत की
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अंबाला। (ज्योतिकण): एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व विश्व हिन्दु तख्त के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य श्री आनंदपुर साहिब की धरती पर पहुंचे और वहां श्री माता नैना देवी सेवा दल की तरफ से लगाए गए लंगर में मुख्यातिथि के रूप में पहुंच कर जनता को लंगर बांटा।
श्री आंनदपुर साहिब पहुंचने पर हीरा कश्यप, सरदार जगजीत सिंह, विनोद कुमार, रामकिशोर, प्रीतपाल, गोल्डी धीमान, सज्जन सिंह, हरि सिंह साहिल व सैंकड़ों लोगों ने वीरेश शांडिल्य का स्वागत किया व हीरा कश्यप व श्री माता नैना देवी सेवा दल के पदाधिकारियों ने वीरेश शांडिल्य को माता की चुनरी देकर सम्मानित किया। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व विश्व हिन्दु तख्त के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि हरियाणा पंजाब का छोटा भाई है और माता श्री नैना देवी सेवा दल ने जो 11वां विशाल लंगर लगाया इससे अंबाला का नाम तो रोशन हुआ बल्कि हिन्दु सिख भाईचारा भी मजबूत हो रहा है।
वीरेश शांडिल्य ने इस मौके पर सैंकड़ों श्रद्धालुओं को अपने हाथ से लंगर बांटा और यह लंगर सुबह 6 बजे से रात 1 बजे तक लगातार 9 अगस्त तक चलेगा। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि लंगर की सेवा करने वाला पहली पातशाही गुरूनानक देव जी की सोच पर चलने वाला व्यक्ति होता है क्योंकि पहली पातशाही गुरूनानक देव ने करतारपुर जो वर्तमान में पाकिस्तान में है वहां खेती भी करी और वहीं से लंगर की शुरूआत की और


वीरेश शांडिल्य ने कहा कि कोरोना कॉल में पूरा देश बंंद हो गया था लेकिन गुरूनानक देव का लंगर कोरोना कॉल में बंद नहीं हुआ। शांडिल्य ने कहा कि जो भी देश दुनिया में लंगर लगा रहा है या लगाने की सोचता है वह गुरू नानक देव जी का प्यारा कहलाएगा, उनकी सोच पर चलने वाला कहलाएगा। वीरेश शांडिल्य ने सैंकड़ों लोगों में बोलते हुए कहा कि वह आज आनंदपुर साहिब की धरती पर हैं इस मिट्टी को नमन है यहीं से दशवें गुरू गोबिंद सिंह ने सिख सजाया था
और आज सनातन अगर जिंदा है उसका कारण गुरू गोबिंद सिंह व साहेबजादे हैं और ब्राहामण समाज के तिलक और जनेऊ की रक्षा की वो नौंवे गुरू तेग बहादुर हैं जिन्होंने ब्राहामण समाज की रक्षा के लिए अपना शीश दे दिया और वह हमेशा सिख समाज के लिए किसी भी बलिदान के लिए तैयार हैं। इस मौके पर सुरेंद्र पाल केके, गोल्डी पाहवा भी मौजूद थे।