DTP ने जग्गी प्रॉपर्टी डीलर की जमीन को अवैध बताकर पीला पंजा क्यों चलाया? डीटीपी रोहित चौहान ने जनवरी 2025 में अवैध कमर्शियल प्लॉट काटने पर जग्गी प्रॉपर्टी डीलर को दिया था नोटिस?
शहरवासियों को लगा की इस जगह में कोई कानूनी अड़चन नहीं है और नारायणगढ़ रोड पर कमर्शियल शोरूमों को लोगों ने खरीदना शुरू कर दिया और बताया जाता है कि मंडौर के खसरे के तहत यह कमर्शियल प्लॉट आते थे
पता चला है कि जल्द की डीटीपी कार्यालय की तरफ से नारायणगढ़ रोड पर जो 4 एकड़ में शोरूमों के लिए कमर्शियल प्लॉट काटने पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी की जा रही है
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अंबाला। (ज्योतिकण): क्या अंबाला शहर में प्रशासनिक अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं या फिर अधिकारियों के मुंह खून लग चूका है जिस कारण वह प्रॉपर्टी डीलरों के व्यवसाय को अवैध बताकर मनमर्जी से पीला पंजा चला रहे हैं जिस पर सरकार को गंभीरता से ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कड़ा शिकंजा कसना चाहिए जो अपने हितों के लिए अपनी जेबें गरम करने के लिए प्रॉपर्टी डीलरों की कमर्शियल जमीन को अवैध बताकर पीला पंजा चला रहे हैं।
पुख्ता जानकारी के मुताबिक जग्गी सिटी सेंटर के मालिक व जग्गी प्रॉपटी डीलर के मालिक ने नारायणगढ़ रोड पर मंडौर के खसरे में कमर्शियल प्लॉट काटे थे जो बात जनवरी 2025 की है और सूत्रों से पता चला है कि जनवरी 2025 में ही अंबाला के डीटीपी रोहित चौहान ने अवैध कमर्शियल काटे जा रहे और उन अवैध प्लॉटों को लेकर डीटीपी रोहित चौहान ने जनवरी 2025 में नोटिस जारी किया था
लेकिन उस नोटिस को किसके इशारे पर ठंडे बस्ते में डाला यह बात तो डीटीपी रोहित चौहान या उसके विभाग के अधिकारी बता सकते हैं लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जनवरी 2025 में नारायणगढ़ रोड अंबाला शहर में करोड़ों रूपए के कमर्शियल प्लाट काटे गए लेकिन उस पर जब डीटीपी रोहित चौहान ने जनवरी 2025 में नोटिस देने के बाद भी कोई संज्ञान नहीं लिया तो उन प्लॉटो पर अस्थाई दफ्तर बनाकर जग्गी प्रॉपर्टी डीलर केमालिक

और तकरीबन 4 एकड़ जगह में सड़कें काट दी गई थी जब डीटीपी रोहित चौहान ने जनवरी 2025 के दिए अपने नोटिस पर कोई संज्ञान नहीं लिया तो स्थानीय लोगों ने जग्गी प्रॉपर्टी डीलर व जग्गी सिटी सेंटर के मालिक से कमर्शियल प्लॉट लेने शुरू कर दिए और चंद दिनों में अर्थात जनवरी 2025 के अंत तक जग्गी सिटी सेंटर के मालिक ने नारायणगढ़ रोड पर कमर्शियल शोरूम काट दिए और सड़कें बना दी
और शहरवासियों को लगा की इस जगह में कोई कानूनी अड़चन नहीं है और नारायणगढ़ रोड पर कमर्शियल शोरूमों को लोगों ने खरीदना शुरू कर दिया और बताया जाता है कि मंडौर के खसरे के तहत यह कमर्शियल प्लॉट आते थे और फरवरी 2025 तक जग्गी सिटी सेंटर व जग्गी प्रॉपर्टी डीलर के मालिक ने 4 एकड़ में कमर्शियल शोरूमों को बेच दिया।
लेकिन बीते कल मंगलवार को एक अजीब घटना हुई और डीटीपी रोहित चौहान के नेतृत्व में नारायणगढ़ रोड पर पीला पंजा जग्गी सिटी सेंटर द्वारा काटे गए कमर्शियल शोरूमों पर चला और वहां बनी सड़कों को अवैध बताकर तोड़ दिया गया और पता चला है कि जल्द की डीटीपी कार्यालय की तरफ से नारायणगढ़ रोड पर जो 4 एकड़ में शोरूमों के लिए कमर्शियल प्लॉट काटने पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।
बड़ी बात यह है कि जब जनवरी 2025 में जग्गी सिटी सेंटर के मालिक व जग्गी प्रॉपर्टी डीलर के मालिक हरदीप सिंह जग्गी ने नारायणगढ़ रोड पर कमर्शियल शोरूम काट दिए भले ही उस पर डीटीपी रोहित चौहान ने अवैध बताते हुए जनवरी 2025 में नोटिस जारी किया था लेकिन नोटिस देने के 194 दिन के बाद डीटीपी रोहित चौहान ने हरदीप सिंह जग्गी की कमर्शियल शोरूमों की जमीन को अवैध बताते हुए वहां बीते मंगलवार सड़कें क्यों तोड़ी? पहले क्यों बनने दी?
और नोटिस देने के 194 दिन बाद डीटीपी रोहित चौहान ने हरदीप सिंह जग्गी की जगह को अवैध बताते हुए पीला पंजा क्यों चलाया? जनवरी 2025 में जो नोटिस डीटीपी रोहित चौहान ने अवैध शोरूम काटने वालों को दिया था फिर वह अवैध शोरूम बिकने के 194 दिन बाद 29 जुलाई को पीला पंजा क्यों चलाया? इस बात की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए कि 194 दिन के बाद शोरूम के प्लॉट बिकने के बाद ही डीटीपी रोहित चौहान ने हरदीप सिंह जग्गी की जगह पर पीला पंजा क्यों चलाया?