धरने ने बढ़ाया विधायक असीम गोयल का कद
वीरेश शांडिल्य की कलम से खरी-खरी
सम्पादकीय : – गत दिनों मंडियों में किसानों व मजदूरों में दुर्गति देख अपनी ही भाजपा सरकार के अधिकारी के खिलाफ हरियाणा विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे अम्बाला शहर के विधायक असीम गोयल का अब कद बढ़ गया हैं क्योंकि मुख्यमंत्री ने माना कि मंडियों में दिक्कते थी और अब उन दिक्कतों का हल मुख्यमंत्री के आदेशों पर प्राथमिकता से किया जा रहा हैं l इसलिए असीम गोयल का 12 अक्टूबर दिन रविवार को अपनी ही सरकार के खिलाफ बड़ा मोर्चा खोलने की इरादे पर उन्होंने पूर्ण विराम लगा दिया है l असीम गोयल के एक दिन के धरने के बाद हरियाणा में क्रिया व प्रतिक्रिया का दौर जंगल की आग की तरह फ़ैल गया जहाँ हरियाणा के व्यापरियों असीम गोयल का समर्थन मिला वहीं हरियाणा की विपक्षी पार्टियों ने इसे असीम गोयल की राजनितिक गेम बताया l बोलना आसान हैं कह देना आसान हैं l क्योकि मुहं से निकालना ही तो हैं लेकिन जब व्यक्ति किसी संघर्ष की राह पर चलता हैं वह भी अपने लोगो के खिलाफ तो वह फैंसला छोटा नहीं होता l असीम गोयल का निश्चित तौर पर इस एक दिन के धरने ने कद बढ़ाया हैं l स्वयं राज्य सरकार ने पीके दास को मंडियों की व्यवस्था ठीक करने के आदेश दिए हैं l
जिससे असीम गोयल की जीत हुई जिससे असीम गोयल के फैंसले की जीत हुई l जिससे असीम गोयल के किसानों व मजदूरों के पक्ष में उठाये गये कदम की जीत हुई और जीत हुई लोकतंत्र की क्योंकि लोकतंत्र में जनता सर्वौच होती हैं l विपक्ष का काम बोलना होता है लेकिन सत्ता में रहकर अपनी ही पार्टी की सरकार के सीएम द्वारा नियुक्त एक उच्च अधिकारी के खिलाफ बोलना l कोई छोटा कदम नहीं है l यह वहीँ बोल सकता हैं जिसकी रीढ़ की हड्डी मजबूत हो l मंडियों में व्यवस्था को दुरुस्त करने के आदेश निश्चित तौर पर विपक्ष के मुहं पर ताला लगने योग्य हैं l क्योंकि कहते हैं सच्चाई परेशान हो सकती है पराजित नहीं l असीम गोयल ने किसानों व मजदूरों के हक में आवाज बुलंद कर अपनी ही पार्टी में यह सन्देश दिया कि पार्टी का भी वजूद जनता से हैं l अगर जनता नहीं तो संगठन की भी क्या कीमत l आज पूरी भाजपा को गर्व हैं कि मोदी के नेतृत्व में भाजपा विश्व की सबसे पार्टी बन गई है l इसलिए हर निष्ठावान कार्यकर्ता को असीम की तरह ही बेझिझक हो कर लोगो की आवाज बनना चाहिए और इसमें फायदा नुकसान नहीं सोचना चाहिए l भले ही टिकट पार्टी देती है लेकिन वोट जनता देती है l असीम गोयल का यह फैंसला उनके राजनितिक जीवन में मील का पत्थर साबित होगा l