मेयर ने 8 अप्रैल को 79 कर्मचारियों को नियमित करनेका एजेंडा पास किया था: अंबाला। (ज्योतिकण): कुछ लोग काम करने में विश्वास रखते हैं और कुछ लोग बनावटी दिखावा करते हैं और मीडिया के माध्यम से वाहवाही लूटना चाहते हैं। मेयर सैलजा सचदेवा बिना प्रचार व ईमानदारी से अपना काम कर रही हैं अंबाला को बाढ़ मुक्त व गंदगी मुक्त बनाने की मुहिम छेड़े हुए हैं यही नहीं अंबाला शहर निगम जो पूरे हरियाणा में भ्रष्टाचार को लेकर बदनाम था वहां भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई और अंबाला शहर के पूर्व विधायक व टीम असीम हर वक्त सैलजा सचदेवा को नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते।
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जो निगम कर्मियों से वायदा भाजपा ने किया था कि उनकी जॉब सिक्योरिटी तय की जाएगी और 79 निगम कर्मचारियों की जॉब सिक्योरिटी नायब सैनी सरकार ने तय कर दी और जॉब सिक्योरिटी को लेकर लेटर जारी कर दिए लेकिन असीम गोयल ने गैर कानूनी तरीके से मनमर्जी करते हुए सरकारी जॉब सिक्योरिटी पत्रों को अपने निजी आवास पर मंगवाया और निगम के 79 कर्मियों को अपने निवास पर बुलाकर निगम कर्मियों को जॉब सिक्योरिटी लेटर बांटे और उनसे स्मृति चिन्ह लिए जबकि न मेयर को इस बात की जानकारी न भाजपा के जिलाध्यक्ष मंदीप राणा को इसकी जानकारी न निगम कमिश्नर वीरेंद्र लाठर जॉब सिक्योरिटी लेटर वितरण सभा में असीम गोयल के निवास पर मौजूद नहीं थे।
सिर्फवाहवाही लूटने के लिए असीम गोयल ने निगम के 79 कर्मचारियों को नायब सैनी सरकार द्वारा भेजे जॉब सिक्योरिटी लेटर वितरित कर डाले और बड़ी बड़ी खबरें छपवा ली जबकि निगम कर्मचारियों के हक में सबसे पहले अंबाला की मेयर सैलजा सचदेवा ने 8 अप्रैल को नगर निगम अंबाला शहर की पहली बैठक किंग फिशर में संपन्न हुई थी
जिसमें निगम के तमाम अधिकारी, पार्षद, सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर मौजूद थे उसमें एजेंडा पास कर दिया था कि सरकार द्वारा जारी रोजगार सुरक्षा अधिनियम को नगर निगम अंबाला में लागू करने बारे प्रस्ताव पारित कर दिया था लेकिन मेयर ने इसका श्रेय नहीं लिया भाजपा पार्टी को इसका श्रेय दिया लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने मेयर सैलजा सचदेवा का धन्यवाद करना भी जरूरी नहीं समझा जबकि पहली बैठक में 79 निगम कर्मचारियों की जॉब सिक्योरिटी का मामला मेयर बैठक के एजेंडे में डाला हुआ है जो अंबाला शहर के लोग मेयर से जाकर पूछ भी सकते हैं।