50 से कम छात्र संख्या वाले 120 परिषदीय स्कूलों का होगा विलय, मिलेंगी हाईटेक सुविधाएं

ऐसे स्कूलों की सूची बेसिक शिक्षा विभाग से मांग ली गई है। जनपद के चारों ब्लॉक के ऐसे 120 स्कूलों की सूची शासन को भेजने के लिए तैयार कर ली गई है। अब जनपद में 391 परिषदीय स्कूल संचालित होंगे। बेसिक शिक्षा के अधिकारियों ने बताया कि बिसरख ब्लॉक में छात्रों विलय का हो चुका है।

जनपद के चारों ब्लॉक में 50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूल के छात्र अब पास के स्कूलों में पढ़ाई करेंगे। विभाग की ओर से ऐसे स्कूलों को बालवाटिका बनाने का निर्णय लिया जा रहा है। कम छात्र संख्या वाले स्कूलों में बालवाटिका और आंगनबाड़ी संचालित होंगी।

इसके साथ ही तीन से छह साल के बच्चों को भी इन स्कूलों में उपलब्ध सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। विलय होने वाले स्कूल के छात्रों को पास वाले विद्यालय में पढ़ाया जाएगा। विभाग की ओर से तीन किलोमीटर अधिकतर दूरी जिन स्कूलों को विलय किया जा रहा है। उनकी दूसरे स्कूल से अधिकतम दूरी ढाई से तीन किमी तक है।

कई स्कूल 200 से 300 मीटर तक दूर ही है। दादरी में कई ऐसे गांव हैं जहां दो से तीन स्कूल संचालित हो रहे हैं। यही हाल जेवर और दनकौर ब्लॉक का भी है। इन स्कूलों का होगा विलय बिसरख के प्राथमिक स्कूल खेड़ा दुजाना, खेड़ा हाथीपुर, कचेहड़ा एक और दो, प्राथमिक स्कूल सुनपुरा एक और दो, उच्च प्राथमिक स्कूल सुनपुरा के साथ कई स्कूल शामिल हैं।

दादरी ब्लॉक में कैलाशपुर, दयानगर, नई बील, कोट डेरी, आनंदपुर, सीदीपुर के साथ कई स्कूल विलय होंगे। दनकौर ब्लॉक में अस्तौली, बागपुर, पंचायतन, रोशनपुर, हटेवा एक और दो के साथ कई स्कूल होंगे। जेवर ब्लॉक में निमिका, बेगमाबाद, नगला शाहपुर, गोविंदगढ़, रबूपुरा दो, सुल्तानपुर के साथ कई स्कूल शामिल हैं।

बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से पहले भी स्कूलों को विलय करने की बात की जा रही थी। जिसका कई राजनीतिक पार्टियों ने विरोध किया था। उनका कहना था कि बेसिक स्कूलों को बंद करके निजी स्कूलों को बढ़ावा दिया जाएगा। स्कूलों के बंद हो जाने से कई छात्रों की पढ़ाई बंद हो जाएगी, क्योंकि उन्हें दूर के स्कूलों में जाना पड़ेगा।

एक जुलाई से होंगे शिफ्ट
अधिकारियों ने बताया कि विलय की प्रकिया चल रही है। एक जुलाई से नए स्कूल में छात्र पढ़ाई करेंगे। साथ ही बंद होने वाले स्कूलों के शिक्षकों को भी पास के ही स्कूल में जाना होगा। स्कूल चलो अभियान का भी जनपद में कोई असर नहीं दिखाई दिया।

30 छात्रों पर एक शिक्षक का प्रावधान स्कूलों में 30 छात्रों पर एक शिक्षक का प्रावधान है वहीं उच्च प्राथमिक स्कूलों में 35 छात्रों पर एक शिक्षक होने का मानक तय किया गया है। कई स्कूलों में 10 छात्रों पर दो से तीन शिक्षक हैं। ऐसें में अंतरजनपदीय स्थानांतरण की भी प्रक्रिया चल रही है।

इसके साथ ही दादरी के 34, दनकौर के 39 और जेवर ब्लॉक के 36 स्कूल विलय होंगे। उन्होंने बताया कि इन स्कूलों में 6 कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का विलय होगा। विलय वाले स्कूलों को बंद नहीं किया जाएगा। वहां बालवाटिका संचालित होंगी। बालवाटिका के मजबूत होने से बेसिक के स्कूलों में नामांकन भी तेजी से बढ़ेगा और छोटे बच्चों को खुले में नहीं पढ़ना पड़ेगा।– दिनेश कुमार यादव, एडी बेसिक, मेरठ