दिव्य ज्योति जागृति संगठन द्वारा आयोजित देवी भागवत कथा में वीरेश शांडिल्य ने किया ज्योति प्रचंड

शांडिल्य बोले: मां भगवती ने अधर्म का अंत किया और मां के आशीर्वाद से आतंक का अंत करने का प्रयास खून के अंतिम कतरे तक रहेगा जारी

अंबाला। (ज्योतिकण): अंबाला शहर में दिव्य ज्योति जागृति संगठन द्वारा आयोजित श्री देवी मां भागवत् कथा में रविवार को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। इस भव्य धार्मिक आयोजन में एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और विधिवत ज्योति प्रचंड कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस पावन अवसर पर सुधीर शर्मा, राकेश शर्मा, सुरेंद्र पाल केके, संजीव विक्टर, एडवोकेट वासु शांडिल्य सहित अंबाला शहर के हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे। श्रद्धालुओं ने माँ दुर्गा की आराधना की और महिषासुर वध कथा का श्रवण कर धर्म और शक्ति की विजय की अनुभूति की।

शांडिल्य ने कहा माँ भगवती का आशीर्वाद ही हमें शक्ति देता है कि हम राष्ट्रविरोधी ताकतों से निर्भीक होकर लड़ सकें। आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई केवल एक संगठन की नहीं, बल्कि हर उस भारतवासी की है जो माँ भारती को माता मानता है। जब तक शरीर में एक भी कतरा खून रहेगा, आतंक के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। हम माँ चंडी से यही प्रार्थना करते हैं कि वह हमें अन्याय, अत्याचार और अंधकार के विरुद्ध लड़ने की शक्ति देती रहें। शांडिल्य ने कहा मां चंडी, माँ दुर्गा का एक रौद्र और योद्धा रूप हैं, जिन्हें महाशक्ति, आदिशक्ति और दुष्टों का संहार करने वाली देवी माना जाता है। ‘चंडी पाठ’ और ‘देवी भागवत पुराण’ में वर्णित कथा के अनुसार, मां चंडी ने महिषासुर जैसे दानवों का वध कर देवताओं को मुक्ति दिलाई और अधर्म का अंत किया।

माँ का यह रूप भक्तों में अडिग आस्था, साहस और न्याय की भावना का संचार करता है। कार्यक्रम में प्रवचनों के माध्यम से साध्वी सुश्री अदिति भारती ने मां चंडी की नवरूपा शक्तियों और महिषासुर मर्दिनी स्वरूप की व्याख्या की गई, जिससे श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। कार्यक्रम के अंत में भव्य आरती और प्रसाद वितरण हुआ।