मुख्यमंत्री नायब सैनी मेयर को विकास का सारथी बता रहे हैं, अंबाला शहर में टीम असीम मेयर को कमजोर कर रहे हैं?

‘‘टीम असीम पूरी तरह भाजपा की अंबाला शहर की पहली मेयर को मीडिया में आकर नीचा दिखा रही है’’

अंबाला। (ज्योतिकण): हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पंचकूला में हरियाणा के तमाम मेयरों (महापौरों) की बैठक ली और बैठक में सांसद कार्तिकेय शर्मा कालका की विधायक शक्ति रानी, बंतो कटारिया सहित तमाम मेयर व भाजपा जिलाध्यक्ष मौजूद थे। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मेयरों को शहरों के विकास का सारथी बताया और मेयरों को शहर को ब्रांड बनाने का आहवान किया।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पंचकूला में मेयरों की बैठक में मेयरों को ताकत दी और उन्हें शहर के विकास का सारथी बताया लेकिन अंबाला शहर में उन्हीं की पार्टी भाजपा के अंबाला शहर के पूर्व विधायक असीम गोयल अंबाला शहर की मेयर को कमजोर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं और टीम असीम पूरी तरह भाजपा की अंबाला शहर की पहली मेयर को मीडिया में आकर नीचा दिखा रही है और यहां तक टीम असीम के खासमखास सीनियर डिप्टी मेयर मीना ढींगरा व उसके पति सुंदर ढींगरा व टीम असीम के अन्य लोग भाजपा की अंबाला शहर की पहली मेयर को हर तरह से शहर में, मीडिया में व निगम अधिकारियों में नीचा दिखा रहे हैं।

फरवरी 2025 में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी असीम गोयल के बारे में यह ब्यान दे गए कि भले ही असीम गोयल हार गया लेकिन उसकी पहले से ज्यादा चलेगी जिसका नुकसान लोकतंत्र को भी हो रहा है और मेयर को मुख्यमंत्री के उस ब्यान की आड़ में लगातार नीचा दिखाया जा रहा है और 84 दिन बीत जाने के बाद भी भाजपा की पहली मेयर सैलजा सचदेवा जो प्रचंड बहुमत से जीती उन्हें दफ्तर तक नहीं दिया गया आज भी भाजपा की मेयर सैलजा सचदेवा खुले आसमान के नीचे दफ्तर चला रही हैं और टीम असीम मेयर को कमजोर करने में हर निम्न से निम्न स्तर का हथकंडा अपना रहे हैं जो टीम असीम मुख्यमंत्री नायब सैनी के मेयर के पक्ष में दिए ब्यान का भी अनादर कर रही है

लेकिन मेयर सैलजा सचदेवा किसी का बुरा नहीं कर रही और उनके सामने तीन चुनौतियां है अंबाला को बाढ़ मुक्त करना, अंबाला को साफ सुथरा बनाना और निगम से भ्रष्टाचार को खत्म करना और इन तीनों कामों में मेयर कामयाबी के पथ पर अग्रसर हैं और उन्होंने दो टूक टीम असीम को जवाब दिया कि हाथी चलते रहते हैं और सैलजा सचदेवा के शब्दों का मतलब टीम असीम समझ गई लेकिन मुख्यमंत्री मेयरों को शहर के विकास का सारथी बता रहे हैं लेकिन अंबाला शहर में उनके सारथी को कमजोर किया जा रहा है।