NPCI ने लागू किए नए बदलाव, UPI करना हो गया बेहद आसान। UPI Payment Rules

अगर आपने कभी भी PhonePe, Google Pay, Paytm जैसे किसी UPI ऐप से पेमेंट किया है, तो ये वाक्य आपके लिए अनजाने नहीं होंगे। पिछले कुछ सालों में जैसे-जैसे भारत डिजिटल ट्रांजैक्शन की ओर बढ़ा, UPI सिस्टम भी लोगों की रोज़मर्रा की ज़रूरत बन गया। लेकिन इसके साथ आए छोटे-छोटे झंझट, खासकर पेमेंट फेल होने या देरी से कन्फर्मेशन मिलने की समस्या, कई बार बड़ी असुविधा का कारण बनती रही। अब NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) ने इन झंझटों पर सीधा वार किया है। आज से UPI ट्रांजैक्शन न सिर्फ तेज़ होंगे, बल्कि ट्रांजैक्शन फेल होने पर भी तुरंत क्लियर जवाब मिलेगा।अब UPI पेमेंट की प्रक्रिया 30 सेकंड की जगह मात्र 15 सेकंड में पूरी हो जाएगी। चाहे आप पैसे भेजें, या किसी दुकान पर QR स्कैन करें, पेमेंट अब आधे समय में प्रोसेस होगा। इससे न केवल समय बचेगा, बल्कि यूज़र एक्सपीरियंस भी पहले से कहीं बेहतर होगा।

पहले जब कोई ट्रांजैक्शन फेल होता था, तो यूज़र को यह जानने में 30 सेकंड या उससे ज्यादा का समय लग जाता था कि पैसा कटा या नहीं। लेकिन अब सिर्फ 10 सेकंड में यह स्पष्ट हो जाएगा कि पेमेंट सफल हुआ या फेल। अगर कोई ट्रांजैक्शन UPI सिस्टम में कहीं “फंस” जाए, तो पहले ऐप्स को 90 सेकंड तक इंतजार करना पड़ता था कि वह सफल होता है या फेल। अब यह समय घटाकर 45-60 सेकंड कर दिया गया है। भारत में हर दिन 40 करोड़ से ज्यादा UPI ट्रांजैक्शन होते हैं। 2025 में यह आंकड़ा 500 करोड़ मासिक पार कर चुका है। इतनी बड़ी संख्या में ट्रांजैक्शन होने का मतलब है, हर सेकंड लाखों लोग भुगतान कर रहे हैं। और अगर उनमें से कुछ लोगों को भी पेमेंट फेल या स्लो नेटवर्क जैसी दिक्कत हो, तो इसका सीधा असर डिजिटल अर्थव्यवस्था और लोगों के भरोसे पर पड़ता है।