बच्चों के मानसिक विकास में अहम भूमिका निभाते हैं यह बाल संस्कार शिविर – दीपक आनंद
प्रांतीय बाल संस्कार शिविर के चौथे दिन बच्चों ने हासिल की बहुउपयोगी जानकारी
अम्बाला (JYOTIKAN.COM) भारत विकास परिषद हरियाणा उत्तर द्वारा आयोजित प्रांतीय बालसंस्कार शिविर के चौथे दिन 12 जून को बच्चों को बहुत ही ज्ञानवर्धक और उपयोगी जानकारी मिली जिसके तहत ऑनलाइन उपस्थित बच्चों ने सुबह 5:45 के सत्र का आरंभ प्रार्थना और मंत्रोच्चारण के साथ किया गया जिसके बाद शिवानी पराशर, चंडीगढ़ ने जुंबा और एरोबिक्स के गुर सिखाये और फिट रखने का मंत्र सिखाया। 6:30 बजे एकता डांग द्वारा योगा कैसे करना है और क्यों करना है इसके बारे में जानकारी दी गई और योग करने का सही तरीका और विभिन्न योगिक क्रियाएं सिखाई गई । सुबह के सत्र में गुड टच बैड टच के बारे में बहुत ही उपयोगी जानकारी आर्मी पब्लिक स्कूल से डा. सीमा तंवर ने दी और बच्चों को बताया की हर परिस्थिति में उन्हें अपने आप को कैसे सुरक्षित रखे, यह समझाया और बहुत ही उपयोगी जानकारी दी। 11:30 बजे के सत्र में आर्ट एंड क्राफ्ट ज्योति ने सिखाया। उन्होने बोतल पर पेंटिंग करनी सिखाई और भी बहुत सुंदर आर्ट बना के दिखाया। सभी बच्चों ने अपने आर्ट एंड क्राफ्ट की क्रियाएं बनाकर ग्रुप में भेजी इसके बाद शाम को थिएटर के सत्र में उमाशंकर जाने-माने कलाकार जिन्होंने राजकुमार राव जैसे कलाकारों के साथ भी काम किया है, उन्होंने आकर रंगमंच की अदाएं और कलाएं बच्चों को सिखाई। इस अवसर पर जो बच्चों के अभिभावक भी सुन रहे थे उन्होंने भी इन सभी विशेषज्ञ की भरपूर तारीफ की । कार्यक्रमों का संचालक प्रांतीय संयोजक विवेक सबलोक ने बखूबी किया और ज्ञानवर्धक बातें भी बच्चों को बताई। इस अवसर पर प्रांतीय महिला व बालकल्याण संयोजिका सुनीता मंगल ने सभी अध्यापकों का धन्यवाद किया। प्रांतीय महिला व बाल विकास सह प्रमुख बाल डॉ अंजली भारती और मीनू चावला ने बच्चों का उत्साह बढ़ाया और सभी सत्रों में उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रांतीय अध्यक्ष दीपक राय आनंद और प्रांतीय वित्त सचिव अरविंद सिंघल ने बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर प्रांतीय महासचिव धीरज भाटिया ने बताया कि 13 जून को एरोबिक्स योगा, जीवन में लक्ष्य का होना जरूरी, साइंस एक्टिविटी और समापन इत्यादि सत्र आयोजित किए जाएंगे। सबसे कमाल की बात यह रही कि बच्चे बहुत ही अच्छे ढंग से अध्यापकों की बात समझ रहे हैं। सभी उपस्थित बच्चो ने अपना अनुभव भी सांझा किया।