कुलदीप शर्मा की माफ़ी के बाद दलाल खाप को मामला खत्म कर देना चाहिए
वीरेश शांडिल्य की कलम से खरी-खरी
सम्पादकीय : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सोनीपत व करनाल के सांसद रहे और नेहरु-इंदिरा,राजीव जैसे नेताओं के साथ काम कर चुके पंडित चरंजीलाल के छोटे बेटे कुलदीप शर्मा जो गन्नौर से विधायक रहे और हरियाणा विधानसभा के स्पीकर रहे और पेशे से वकील है उन्होंने बरोदा उपचुनाव में हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल को लेकर अशोभनीय टिप्पणी की जिसके बाद दलाल खाप ने कुलदीप शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया l टिप्पणी अशोभनीय होने के कारण निश्चित तौर पर दलाल खाप आहात हुई लेकिन पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने अपनी गलती को तुरंत मानते हुए दलाल खाप से माफ़ी मांगी और कहा कि उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था और न कभी ऐसी टिप्पणी करने के बारे में सोचना चाहिए था l उन्होंने हाथ जोडकर दलाल खाप से माफ़ी मांगी l कुलदीप शर्मा के खिलाफ आने वाले रविवार को दलाल खाप की बैठक है जिसमे दलाल खाप ने मांग उठाई कि भूपेन्द्र सिंह हुड्डा माफ़ी मांगे और कुलदीप शर्मा को कांग्रेस से बर्खास्त किया जाए l दलाल खाप का गुस्सा जायज है l दलाल खाप की तकलीफ जायज है लेकिन दलाल खाप को अब कुलदीप शर्मा की माफ़ी के बाद अपने गुस्से को थूक देना चाहिए क्योंकि कुलदीप शर्मा ने सोशल मीडिया व मीडिया में रूबरू होकर दलाल खाप से माफ़ी मांग ली और मैं समझता हूँ कि समाज से माफ़ी माँगने के बाद समाज को जिद्द नहीं करनी चाहिए व आपसी भाईचारे को खराब नहीं करना चाहिए जाट समाज ने हमेशा ब्राह्मण समाज को सर्वौच सम्मान दिया यहीं नहीं ब्राह्मणों के पैदा हुए बच्चे को जाट दादा कहते है जो ब्राह्मणों के लिए सम्मान की बात है l
कुलदीप शर्मा से ही नहीं गलती किसी से भी हो सकती है l कल को हो सकता है गलती ब्राह्मण समाज के प्रति दलाल खाप कर लें और तुरंत अपनी गलती को मान लें तो क्या ब्राह्मण समाज को उसपर जिद्द करनी चाहिए l माफ़ करने वाला बड़ा होता है लेकिन माफ़ी मांगने वाला भी छोटा नहीं होता l वह भी बड़े किरदार का आदमी होता है l निश्चित तौर पर कुलदीप शर्मा को चाहिए था कि वह बोलने से पहले तोलते क्योंकि शब्द दिल में भी उतार देते है और दिल से भी उतार देते है इसलिए भीड़ देखकर वाहवाही लूटने के लिए ऐसे शब्द नहीं बोलने चाहिए जो समाज को खंडित करते हो व भाईचारे को तोड़ते हो l दलाल खाप को अब इस बात का इस आधार पर निपटारा कर देना चाहिए कि अगर सुबह का भूला शाम को घर आ जाये तो वह भूला नहीं होता l वहीँ दलाल खाप को भूपेन्द्र हुड्डा से भी माफ़ी नहीं मंगवानी चाहिए क्योंकि भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कोई गलती नहीं की और कुलदीप शर्मा ने गलती की उन्होंने तुरंत उसका पश्चाताप करते हुए अपने किये पर अफ़सोस जताया l इलसिए दलाल खाप को बडप्पन दिखाते हुए इस बात को खत्म करना चाहिए l