रोमिल वोहरा 13 जून को शाहाबाद में हुए शांतनु हत्याकांड मामले का मुख्य आरोपी है। इसके अलावा आरोपी ने 15 मई को यमुनानगर में व्यासपुर स्थित एक आईलेट्स सेंटर पर ताबड़तोड़ 15 फायर किए थे।
हाईप्रोफाइल हत्याकांड व तीन अन्य जगह फायरिंग की वारदात को अंजाम देने वाला वांटेड रोमिल वोहरा दिल्ली-हरियाणा के बॉर्डर पर एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मंगलवार को मारा गया। करनाल व गुरुग्राम हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के संयुक्त ऑपरेशन में कुख्यात गैंगस्टर रोमिल वोहरा को मार गिराया है। इस मुठभेड़ में एसटीएफ के 2 जवान को भी गोली लगी है जो अस्पताल में भर्ती है। पुलिस के लिए सिरदर्द बने यमुनानगर के कांसापुर के अशोक विहार कॉलोनी निवासी रोमिल वोहरा को पकड़ने के लिए अंबाला पुलिस भी अलर्ट थी। वांटेड घोषित किए दो लाख के ईनामी बदमाश रोमिल को पकड़ने के लिए अंबाला में जगह-जगह वांटेड आरोपी के पोस्टर चस्पा किए गए थे।
व्यासपुर स्थित एक आईलेट्स सेंटर पर किये थे रोमिल में ताबड़तोड़ 15 फायर
रोमिल वोहरा 13 जून को शाहाबाद में हुए शांतनु हत्याकांड मामले का मुख्य आरोपी है। इसके अलावा आरोपी ने 15 मई को यमुनानगर में व्यासपुर स्थित एक आईलेट्स सेंटर पर ताबड़तोड़ 15 फायर किए थे। इससे पहले 26 दिसंबर को खेड़ी गांव लक्खा सिंह में फायरिंग की थी और उससे पहले जगाधरी बस अड्डे के निकट भी आरोपी रोमिल ने फायरिंग की थी।
बस व ट्रेन में सफर करते हुए पास बैठने वालों का करता था वाईफाई इस्तेमाल
पुलिस का दावा था कि शातिर आरोपी बस व ट्रेन में सफर करते समय पास बैठने वाले व्यक्तियों व युवकों के वाईफाई का इस्तेमाल करता था। उनके वाईफाई मिलने के बाद ही अन्य अपराधियों से बातचीत करता है। ताकि पुलिस कॉलिंग के बाद वाईफाई ट्रेस करते हुए पहुंचे भी तो अज्ञात व्यक्ति व युवक उनकी पकड़ में आए और वो उसके कोई ठोस सुराग न दे सके। आरोपी रोमिल बीए की पढ़ाई कर रहा था। आठ माह पहले ही अपराध की दुनिया में कदम रखा था। शुभम पंडित से नजदीकी के चलते रोमिल काला राणा गैंग का हिस्सा बन गया था।