ट्रेनों में कम हो रहे जनरल कोच, राजस्व प्राप्ति के लिए रेलवे बढ़ा रहा एसी की संख्या

ट्रेनों में जरनल कोच लगातार कम हो रहे हैं। रेलवे राजस्व प्राप्ति के लिए एसी कोच की संख्या बढ़ा रहा है, जो कि अब जनरल टिकट पर सफर करने वाले यात्रियों की गले की फांस बनता जा रहा है। त्योहारों के समय यह बदलाव प्रवासी श्रमिकों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन जाएगा। अंबाला कैंट स्टेशन से लगभग 25 लाख से अधिक श्रमिक पंजाब, हिमाचल आदि से अपने घरों बिहार व यूपी की तरफ जाते हैं। उनके लिए जनरल टिकट ही सफर करने का सस्ता व सुगम साधन है।

जानकारी के अनुसार यह बदलाव सबसे व्यस्त ट्रेन आम्रपाली व शहीद एक्सप्रेस में किया गया है। पहले इन ट्रेनों में छह-छह जरनल कोच होते थे। अब इनकी संख्या दो से तीन के बीच रह गई है। मजबूरन जरनल श्रेणी के यात्रियों को स्लीपर कोच में चढ़कर सफर करना पड़ रहा है। इस कारण कंफर्म टिकट यात्रियों को सीट नहीं मिल रही है।

इसी प्रकार अंबाला मंडल ने भी ट्रेन नंबर 14553 व 54 दिल्ली-दौलतपुर चौक-दिल्ली में तृतीय एसी का एक और स्लीपर श्रेणी के दो कोच, 12231 व 32 लखनऊ-चंडीगढ़-लखनऊ जनरल कोच की जगह तृतीय एसी कोच, 14217 व 18 प्रयागराज-चंडीगढ़-प्रयागराज जनरल कोच हटाकर तृतीय एसी कोच, 12241 व 42 चंडीगढ़-अमृतसर-चंडीगढ़ द्वितीय एसी एक व तृतीय एसी कोच 2, 14505 व 06 अमृतसर-नंगलडमै-अमृतसर तृतीय एसी 2 व जनरल श्रेणी 3, 14523 व 24 बरौनी-अंबाला-बरौनी जनरल कोच की जगह तृतीय एसी कोच लगाया गया है।
स्पेशल ट्रेनें बनेंगी सहारा

रेलवे ने इस परेशानी के समाधान को लेकर स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है। इनमें अनारक्षित ट्रेनें शामिल हैं। इसमें ट्रेन नंबर 04518 चंडीगढ़-गोरखपुर, 04517 गोरखपुर चंडीगढ़, 05734 कटिहार-अमृतसर, 05733 अमृतसर-कटिहार, 04530 बठिंडा-वारणसी, 04529 वाराणसी-बठिंडा, 04646 जम्मूतवी-बरौनी, 04645 बरौनी-जम्मूतवी, 04678 फिरोजपुर-पटना, 04677 पटना-फिरोजपुर, 05577 व 78 सहरसा-अंबाला, 05005 व 06 गोरखपुर-अमृतसर, 04049 व 50 नई दिल्ली-कटरा, 01654 व 53 कटरा-वाराणसी शामिल हैं।

छह माह का देखा जाता है रिकॉर्ड1:-

 ट्रेनों में जरनल कोच की जगह एसी लगाने का फैसला रेलवे मुख्यालय द्वारा किया जाता है। इसके लिए छह माह का आकड़ा देखा जाता है कि किस-किस श्रेणी में कितनी वेटिंग चल रही है। वहीं यात्रियों और जनता के नुमाइंदों से भी आग्रह प्राप्त होते हैं। इसके बाद ही कोच को बदलने का फैसला किया जाता है। इससे पहले संबंधित मार्ग पर अनारक्षित ट्रेनों का संचालन भी रेलवे द्वारा किया जाता है, ताकि जनरल श्रेणी में सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
-नवीन कुमार, वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक, अंबाला मंडल।